दमोह नईदुनिया प्रतिनिधि। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ भी एक विद्यालय की तरह है इसमें आप चार घंटे के लिए यदि विद्यार्थी की भांति शिक्षा ग्रहण करेंगे तो आपका जीवन सफल हो जाएगा। यह बात रामकुमार स्कूल में प्रारंभ हुई श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिवस वृंदावन से पधारे पंडित इंद्रेश उपाध्याय महाराज ने कही।
उन्होंने कहा कि भागवत ज्ञान यज्ञ का सबसे अच्छा महत्व यह है कि आप एक विद्यार्थी की तरह सात दिन तक चार घंटे बैठकर ज्ञान अर्जित करें और उस पर फिर मनन करें। यदि आपने ध्यान से इन सभी बातों को सुन लिया और उन पर पालन करने लगे तो आपका जीवन सफल हो जाएगा। इसके पूर्व पं इंद्रेश उपाध्याय का श्रीमद् भागवत कथा के आयोजक गोविंद राजपूत एवं शांति देवी राजपूत द्वारा स्वागत किया गया। तत्पश्चात स्थानीय विधायक अजय टंडन, वीरेन्द्र दवे, नरेंद्र दुबे, सुनील गौतम, कमलेश भारद्वाज, बिहारीलाल गौतम, देवकीनंदन दुबे, महेंद्र दुबे, कैलाश सैलार, दिनेश प्यासी, आशीष कटारे, कैलाश प्यासी, विष्णु गुप्ता, भगवती प्रसाद श्रीवास्तव, रुपेश अग्रवाल, गोपाल प्यासी, नारायण प्यासी, महेश राय आदि सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने अभिनंदन एवं स्वागत किया।
निकाली गई भव्य कलश यात्रा : इसके पूर्व श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पुराना बाजार स्थित का कचेरन मंदिर से विशाल शोभायात्रा प्रारंभ हुई सिर पर श्रीमद् भागवत कथा रखकर गोविंद राजपूत, शांति देवी राजपूत, गौरव राजपूत एवं छवि राजपूत कलश यात्रा में पैदल चल रही थी। यह कलश यात्रा सिटी नल, पुराना थाना, टाकीज चौराहा, बकौली, घंटाघर, अस्पताल चौराहा होती हुई रामकुमार स्कूल पहुंची। कलश यात्रा का जगह-जगह पूजन अर्चन एवं भव्य स्वागत किया गया। बैंड बाजे एवं विशाल कलश यात्रा के बीच श्रीमद् भागवत कथा की शोभायात्रा में हजारों की संख्या में श्रृद्धालुओं की उपस्थिति रही।