नईदुनिया प्रतिनिधि, दतिया। बेटे के शव को देखकर पिता ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। यह दर्दनाक घटना थरेट क्षेत्र के ग्राम सेंथरी में शनिवार को घटित हुई। जहां युवक आनंद पाल उर्फ दीपू का शव शनिवार शाम गांव सेंथरी लेकर स्वजन पहुंचे तो उसे देख पिता रामवरन पुत्र पंचम बघेल काे गहरा सदमा लगा और उनकी तबीयत बिगड़ गई। घर के लोग उन्हें लेकर इंदरगढ़ अस्पताल दौड़े। जहां डॉक्टर ने रामवरन को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम सा छा गया।
पिता पुत्रों की अंतिम यात्रा को देखकर ग्रामीणों की आंखें भी नम हो गई। जानकारी के अनुसार सेंथरी के रोड मोहल्ला निवासी युवक आनंद पाल मुंबई में आयशर ट्रक पर ड्राइवरी करता था। जहां गत सात सितंबर को एक सड़क दुर्घटना में वह गंभीर रुप से घायल हो गया। स्वजन को जब खबर लगी तो वह उसे उपचार के लिए ग्वालियर अस्पताल लेकर आ गए। जहां युवक का उपचार चल रहा था। शनिवार सुबह उसने दम तोड़ दिया तो स्वजन आनंद का शव बिना पोस्टमार्टम कराए सीधे सेंथरी लेकर आ गए।
इधर घर से पिता-पुत्र के शवों को मुक्तिधाम ले जाकर अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी। तभी थरेट पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिसने दुर्घटना में घायल हुए युवक आनंद की मौत के बाद ग्वालियर में पोस्टमार्टम न कराकर शव सीधे गांव लेकर आ जाने पर कार्रवाई करते हुए युवक के शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए इंदरगढ़ भिजवाया।
इसके बाद सिर्फ मृतक के पिता के भी अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी हो सकी। मृतक आनंद के शव का रविवार को पोस्टमार्टम होने के बाद ही अंतिम संस्कार हो सकेगा। इस घटना को लेकर ग्रामीणों का कहना था कि इतनी बड़ी अनहोनी में बेटे ने पहले दम तोड़ा था, लेकिन उससे पहले पिता की चिता को आग लग गया। इस दुखद हादसे को लेकर गांव के लोग सदमे में नजर आए।