
नईदुनिया प्रतिनिधि, दतिया। दुरसड़ा क्षेत्र के ग्राम ककरौआ में टीकाकरण के दूसरे दिन दो माह के बच्चे की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य बच्चों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मासूम की मौत से नाराज ग्रामीण शनिवार सुबह शव लेकर कलेक्टर स्वप्निल वानखड़े के बंगले पर पहुंच गए। कलेक्टर ने मामले की जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीके वर्मा के अनुसार शुक्रवार को इमलिया उपस्वास्थ्य केंद्र की टीम ने आंगनबाड़ी केंद्र ककरौआ पर टीकाकरण सत्र लगाया था। एएनएम सीता प्रजापति ने सात बच्चों और तीन गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए थे। एक माह 25 दिन के शिशु पुष्पेंद्र पुत्र विकास कुशवाहा की शनिवार सुबह सात बजे मृत्यु हो गई। गांव के अन्य बच्चे प्रहलाद उम्र ढाई माह, वर्षा उम्र साढ़े तीन माह व तमन्ना उम्र नौ माह की तबियत खराब हो गई।
एएनएम ने सुबह साढ़े आठ बजे जिला टीकाकरण अधिकारी को इसकी सूचना दी, जिसके बाद उन्होंने तत्काल एक टीम गांव भेजी। मृतक शिशु सहित तीनों बीमार बच्चों को जिला चिकित्सालय दतिया लाया गया। जांच में कोई गंभीर समस्या नहीं मिली। एक को पहले से सर्दी, जुकाम और खांसी की शिकायत थी। एहतियातन तीनों को पीआईसीयू में रखा गया है।
डाक्टरों का कहना है कि तीनों शिशु सामान्य रूप से दूध पी रहे हैं। किसी खतरे के लक्षण नहीं हैं। मृतक शिशु पुष्पेंद्र का पीएम तीन सदस्यीय पैनल ने किया है, फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी इसमें शामिल थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने पर विस्तृत समीक्षा की जाएगी। वहीं टीकाकरण अधिकारी डॉ. डीके सोनी का कहना है कि 19 दिसंबर को जिले भर में 109 टीकाकरण सत्र आयोजित हुए। सभी जगह इसी बैच की वैक्सीन उपयोग की गई। कहीं कोई समस्या नहीं हुई।