
नईदुनिया प्रतिनिधि, दतिया-सेवढ़ा। सेवढ़ा अनुभाग के डिरौलीपार थाना क्षेत्र के ग्राम जरा में शनिवार शाम को पुलिस टीम एक मारपीट के मामले की छानबीन करने गई थी। पुलिस टीम में एएसआई राकेश जाटव सहित तीन आरक्षक शैलेंद्र सिंह, निजाम खां और सुुरेंद्र सिंह शामिल थे। छानबीन के दौरान मारपीट के मामले में फरियादी रवि बाथम व सर्वेश बाथम के साथ मौजूूद ग्रामीणों ने पुलिस टीम को घेर लिया। जहां आपसी कहासुनी के बीच ग्रामीण लाठी लेकर आ गए और उन्होंने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस कर्मी कुछ समझ पाते तब तक लाठियां बरसने लगी।
पुलिस को चोट आई
इस हमले में एएसआई राकेश जाटव सहित दो आरक्षक शैलेंद्र और सुरेंद्र सिंह के हाथों में चोट आई। जबकि आरक्षक निजाम खां का सिर फट गया। हमलावर ग्रामीणों ने दो आरक्षकों के माेबाइल तक छीन लिए। आक्रोशित ग्रामीणों को देख पुलिस टीम वहां से किसी तरह जान बचाकर भागी। जिसके बाद सेवढ़ा अस्पताल में घायल आरक्षक और अन्य पुलिस कर्मियों का उपचार किया गया। इस मामले में पुलिस की ओर से 40 ग्रामीणों पर मामला दर्ज किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।
क्या है पूरा मामला
इस पूरे मामले में विवाद की स्थिति तब निर्मित हुई जब गत 23 अक्टूबर को ग्राम जरा निवासी रवि बाथम और सर्वेश बाथम ने अपने साथ मारपीट संबंधी रिपोर्ट डिरौलीपार थाने में दर्ज कराई। जिसमें पुलिस ने हरिओम शर्मा, इंदर सिंह, दीपक बाथम, अरविंद बाथम को नामजद किया। इस मामले में फरियादी पक्ष दीपक बाथम के घर के अन्य सदस्यों के भी मारपीट में शामिल होने पर उन्हें नामजद करने की मांग कर रहा था। इसे लेकर 25 अक्टूबर शनिवार को फरियादी पक्ष के साथ करीब आधा सैकड़ा ग्रामीणों ने सेवढ़ा एसडीओपी अजय चानना को आवेदन भी सौंपा था। जिसके पर एसडीओपी ने पूरे मामले की जांच सेवढ़ा थाने के एएसआई राकेश जाटव को सौंपकर आरक्षकों के साथ ग्राम जरा भेजा था। जहां छानबीन के दौरान उत्तेजित ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। बताया जाता है कि यह पूरा मामला रेत खनन से जुड़ा है। जिसमें दोनाें पक्षों के बीच विवाद की स्थिति पैदा की। इधर पुलिस टीम पर हमले की घटना से आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई।
इसे भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में न्यायाधीश के घर पर हमला, जान से मारने की धमकी, मामला दर्ज