नईदुनिया प्रतिनिधि, सीहोर। सीहोर में सोमवार को कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। मामला राहुल गांधी का पुतला जलाने से शुरू हुआ और धीरे-धीरे विवाद गाली-गलौज और धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। पुलिस की मौजूदगी से बड़ा बवाल टल गया, लेकिन बाद में दोनों ही दल थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
भाजपा का प्रदर्शन और पुतला दहन
भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बस स्टैंड स्थित कांग्रेस कार्यालय के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मां पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी का पुतला जलाया और नारेबाजी की। इस दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की नारेबाजी और पुतला दहन का विरोध किया। उन्होंने भी पलटकर नारे लगाए और दोनों गुटों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। हालांकि, मौके पर पुलिस ने पहुंचकर हालात संभाले और दोनों पक्षों को अलग किया।
थाने में शिकायत और एफआईआर
घटना के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष नरेश मेवाड़ा, विधायक सुदेश राय और अन्य पदाधिकारी थाने पहुंचे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई। कांग्रेस की ओर से जिला अध्यक्ष राजीव गुजराती और अन्य नेताओं ने भी आवेदन दिया, लेकिन उनकी ओर से सिर्फ लिखित शिकायत ली गई।
भाजपा के आरोप
भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और उनकी मां का अपमान भारतीय राजनीति की गरिमा के खिलाफ है और कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय पर हमला किया और कार्यालय जलाने की धमकी दी। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया और कहा कि यदि तीन दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेसजन एसपी ऑफिस का घेराव करेंगे।
पंकज शर्मा का बयान
कांग्रेस प्रवक्ता पंकज शर्मा ने कहा कि भाजपा ने उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ता जला हुआ पुतला कांग्रेस कार्यालय में फेंककर आग लगाने की कोशिश कर रहे थे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दे रहे थे।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
पुलिस ने मौके पर हालात को नियंत्रित किया और दोनों पक्षों को समझाकर शांत कराया। लेकिन, लगातार तीन बार कांग्रेस कार्यालय पर भाजपा प्रदर्शन से तनाव की स्थिति बनी रही। अब पुलिस पर आरोप है कि उसने भाजपा की एफआईआर दर्ज की, जबकि कांग्रेस की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।