नईदुनिया प्रतिनिधि, देवास। सोनकच्छ-पीपलरावां मार्ग पर सुरजना फाटा पर सोमवार शाम को कार व बाइक की जोरदार टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक अन्य को सोनकच्छ में प्राथमिक उपचार के बाद देवास रेफर कर दिया गया, जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार सुरजना फाटे पर शाम करीब छह बजे पीपलरावां से आ रही बाइक को कार के चालक ने जोरदार टक्कर मारते हुए करीब 20 फीट तक घसीट ले गया।
हादसे में बाइक सवार गजराज पुत्र किशनलाल ग्राम लसुड़िया जिला शाजापुर, कमल पुत्र नारायण ग्राम सिरोलिया थाना बरोठा, देवकरण पुत्र बापूजी शिंदे स्थाई निवासी ग्राम नागझिरी थाना सोनकच्छ हालमुकाम इंदौर बुरी तरह घायल हो गए।
हादसे की सूचना डायल-100 वाहन, 108 एंबुलेंस व पीपलरावां थाने को दी गई। डायल-100 व थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। झाड़ियों से निकालकर डायल-100 वाहन व एक राहगीर के वाहन में तीनो घायलों को सिविल अस्पताल सोनकच्छ लाया गया।
यहां ड्यूटी डाक्टर जावेद पठान ने जांच के बाद कमल पुत्र नारायण, देवकरण पुत्र बापूजी को मृत घोषित कर दिया जबकि गजराज पुत्र किशनलाल को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल की एम्बुलेंस से देवास जिला अस्पताल भेजा गया, देवास में उपचार के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया।
घटना होते ही मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। लोग हादसा देखते रहे लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के कहने पर भी मदद के लिए आगे नहीं आए। डायल 100 में दो घायलों को बैठाया गया। तभी वहां से निकल रहे अरविंद पुत्र विक्रम सिंह निवासी बजरंग नगर देवास ने अपनी कार रोकी और एक घायल को सिविल अस्पताल लेकर आए। आरक्षक धर्मेंद्र विश्वकर्मा ने बताया अन्य गाड़ियों को रोकने पर कोई नहीं रुका जबकि अरविंद ने घायल को अस्पताल पहुंचाया।
घायलों के अस्पताल पहुंचने पर तुरंत 108 एंबुलेंस भी अस्पताल पहुंची जिसे अस्पताल स्टाफ ने यह कहकर रोका कि आप गाड़ी लगाओ हम इवेंट ले रहे हैं। एक्सीडेंट में घायल की हालत नाजुक है। घायल गजराज को देवास रैफर करना था जिसको लेकर 108 चालक गाड़ी पलटाने का कहकर मौके से भाग गया। जिसके कारण करीब आधे घंटे तक घायल तड़पता रहा, इसके बाद उसे अस्पताल की एबुलेंस से देवास ले जाया गया। इमरजेंसी के समय भी 108 एंबुलेंस चालक का यह व्यवहार उसके कार्य के प्रति लापरवाही दर्शाता है। इस बारे में ड्यूटी डाक्टर पठान व ड्रेसर विजय चन्दोलकर ने भोपाल 108 एंबुलेंस मुख्यालय पर शिकायत कर खरी-खरी सुनाई।