नईदुनिया न्यूज, सोनकच्छ (देवास)। सोनकच्छ थाना क्षेत्र के गांव कराड़ियापरी में दो दिन पहले हुई कक्षा सातवीं के छात्र की निर्मम हत्या में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। हत्या गांव के ही दो नाबालिग चचेरे भाइयों ने आपसी विवाद के चलते की थी, आरोपितों की उम्र मात्र 13 व 11 साल है। हत्या के बाद पुलिस की जांच में पता चला था कि उक्त दोनों बच्चों के साथ वेदांश को आखिरी बार देखा गया था। इन दोनों से जब अलग-अलग पूछताछ की गई तो हत्या का खुलासा हुआ।
हालांकि जिस बेरहमी से हत्या की गई उससे ग्रामीणों को किसी बड़े के भी शामिल होने की आशंका है। हत्या के बाद आरोपितों ने पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया। इन्होंने कहा एक व्यक्ति वेदांश के कंधे पर हाथ रखकर उसे गोदाम की तरफ ले गया था जिसके बाद हम घर चले गए थे। हालांकि इससे पुलिस की शंका और बढ़ गई। सख्ती दिखाकर पूछताछ की तो दोनों ने हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
सोनकच्छ थाना टीआई आशीष राजपूत ने बताया मार्च माह से ही वेदांश और मुख्य आरोपित जिसकी उम्र 13 साल है, उसका किसी बात को लेकर विवाद हो गया था और वेदांश ने पिटाई कर दी थी। वेदांश ने धमकाया था तथा सभी दोस्तों को बात करने से मना किया था। वेदांश को लेकर आरोपित द्वारा अन्य बच्चों को उसकी बुराइयां बताकर भड़काया जा रहा था। तब वेदांश ने दोनों को गांव के अंदर नहीं आने के लिए कहा था। दोनों आरोपितों का घर गांव के थोड़ा बाहर स्थित है। छुट्टियों के बाद स्कूल शुरू होने पर पुनः इनकी बातचीत शुरू होकर दोस्ती हो गई लेकिन मन में बदला लेने की भावना थी।
शनिवार रात को दोनों आरोपित घर से सब्जी काटने वाला चाकू लेकर निकले थे। उन्होंने घटनास्थल के पास वेदांश को रोका और उससे बातचीत की तब लोगों ने उन्हें साथ देखा था। इसके बाद मुख्य आरोपित वेदांश को अंदर गोदाम में ले गया जहां 11 साल के आरोपित ने वेदांश को पीछे से पकड़ लिया। वेदांश ने मुख्य आरोपित को लात मारी जिससे वह गिर गया। इसके बाद उसने उठकर वेदांश के पेट में पहला वार किया, दूसरा वार उसने गले पर किया और तीसरा वार छाती पर किया जिससे वेदांश के मुंह से खून आने लग गया और वह नीचे गिर गया।
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इसके बाद पीठ और कमर पर वार किए, तब दोनों ने उसके हाथ और पैर पकड़कर उसे हार्वेस्टर मशीन के नीचे पटक दिया और उसके पीठ और हाथ पर वार किया। इसके बाद वही पड़ी हरे रंग की मेट उस पर ढांक दी तथा पास रखा एक बोरा भी उसके ऊपर डाल दिया और वहां से निकल गए। दोनों आरोपितों ने घर जाकर स्नान किया, अपने कपड़े छुपा दिए थे। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू सहित खून लगे कपड़े जब्त किए हैं। सोमवार को आरोपितों को बाल न्यायालय में प्रस्तुत किया जहां से उन्हें बाल सुधार गृह उज्जैन भेज दिया गया।
घटना के पहले दिन ही दोनों चचेरे नाबालिग भाइयों पर पुलिस को शंका हो गई थी। इनको पकड़ भी लिया गया था लेकिन उस समय दोनों ने पुलिस को गुमराह किया। जब इनको अलग-अलग बैठाकर पूछा गया तो किसी ने कहा किसी अंकल के साथ गए, तो किसी ने ड्रोन के गांव में गणेश पंडाल के ऊपर घूमने की झूठी कहानी बनाई। एक बोला चार बजे के बाद हमारी कोई मुलाकात नहीं हुई, दूसरा सात बजे तक मिलने की बात कहने लगा। सख्ती पर ये टूट गए और वारदात कबूली। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू घर के बाहर से और कपड़े घर के अंदर से जब्त किए हैं।