नईदुनिया प्रतिनिधि, देवास। देवास जिले के बरोठा के पास शुक्रवासा के जंगल में ट्री हाउस बनाकर रह रहे संदिग्ध युवक-युवतियों के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। करीब 10 युवक-युवतियों ने जंगल में एक आदिवासी की जमीन पर ट्री हाउस सहित अन्य निर्माण किए और यहां लम्बे समय से रह रहे थे। इनके खिलाफ ग्रामीणों ने कई शिकायतें की, जिसके बाद बरोठा पुलिस ने प्रशासनिक अमले के साथ जाकर मौके पर जांच की और कुछ युवकों से पूछताछ की। ग्रामीणों का आरोप है कि संबंधित युवक-युवती लोगों को ब्रेन वॉश कर मतांतरण करने का प्रयास कर रहे हैं।
बरोठा टीआइ अजयसिंह गुर्जर व प्रशासनिक अमला ग्रामीणों की शिकायत के बाद शुक्रवासा के जंगल में आदिवासी की जमीन पर बने मजरे में पहुंचा और जांच की। यहां से पुलिस को ट्रेन टू पाकिस्तान जैसी किताबें मिली हैं। मजरे में ही एक झोपड़ी में छोटा क्लिनिक भी बनाया था। ग्रामीणों का आरोप था कि ये लोग ग्रामीणों का ब्रेन वॉश कर मतांतरण का प्रयास कर रहे थे। ग्रामीणों ने बरोठा थाना पहुंचकर टीआइ अजय गुर्जर को इस मामले में शिकायत की।
ग्रामीणों ने बताया कि युवक-युवतियों की गतिविधियां संदिग्ध हैं। जंगल में आदिवासी व्यक्ति की जमीन पर नियम विरूद्ध निर्माण व रहने की शिकायत भी ग्रामीणों ने पुलिस को की। मामले में बरोठा टीआइ अजयसिंह गुर्जर ने बताया कि इंदौर एवं ग्राम के आवेदकों की शिकायत के बाद पुलिस व राजस्व का अमला मौके पर पहुंचा था। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया है कि यहां करीब 6 वर्ष से ये लोग जंगल में रह रहे हैं। मौके से चार लोग मिले, जिन्हें थाने बुलाकर पूछताछ की गई। मौके से मिले लेपटाप, मोबाइल आदि की जांच की जा रही है।
ग्रामीणों ने अवैध फंडिंग संबंधी शिकायत भी की है, जिसको लेकर खाते खंगाले जा रहे हैं। मौके पर इनमें से मुख्य व्यक्ति नहीं मिला था, जिसे पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार मौके पर रहने वाली युवतियां इंदौर की बताई जा रही हैं। इनको लेकर यह बात भी सामने आ रही है कि एक युवती के परिजन ने पुलिस को शिकायत भी की थी। वर्तमान में पुलिस इन लोगों की गतिविधियों को लेकर किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।
पुलिस बंगाल कनेक्शन सहित अन्य बिंदुओं पर भी शिकायतों के आधार पर जांच कर रही है। एसपी पुनीत गेहलोद ने बताया कि पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची थी। मौके से कुछ सामग्री मिली थी, जिसकी जांच की जा रही है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले को लेकर पर्वतपुरा पंचायत से बड़ी संख्या में ग्रामीण व हिंदू संगठन के लोगों ने बरोठा थाना पहुंचकर थाना प्रभारी व टप्पा तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार को शुक्रवासा के जंगल में कई सालों से चल रही कथित धर्म परिवर्तन की गतिविधियों के बारे में ज्ञापन दिया। निलेश चौधरी ने बताया कि हमारे गांव के जंगल में कुछ साल से कुछ युवक-युवतियां रहते हैं जो भोले-भाले आदिवासी लोगों को लालच देते हैं। ये लोग नि:शुल्क शिक्षा, स्वास्थ्य, दवाई आदि का लालच देते हैं।
उन्होंने पर्वतपुरा पंचायत विकास समिति भी बनाई है। वह हिंदू धर्म के बारे अनर्गल बाते बताते हैं कि राम-सीता भाई बहन है, पूजा पाठ से क्या होता है। उन्होंने कितने ही घरों से हमारे देवी-देवताओं के फोटो निकलवा दिए हैं। चौधरी ने बताया कि सबसे पहले पश्चिम बंगाल का निवासी एक युवक आया और उसके बाद आठ-दस लोगों की टीम यहां रहने लगी, जिसमें युवतियां भी हैं। पहले उन्होंने झोपड़ी बनाई, जिसके बाद धीरे-धीरे लकड़ी व चद्दर के शेड बनाकर रहने लगे। सभी शिकायतों पर पुलिस फिलहाल जांच कर रही है।