परिश्रम ही सौभाग्य की जननी : पं. शास्त्री
कांटाफा़ेड। जिंदगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो, खुद अच्छे बन जाओ शायद आपसे मिलकर किसी की
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Publish Date: Fri, 08 Dec 2017 04:00:29 AM (IST)
Updated Date: Fri, 08 Dec 2017 04:00:29 AM (IST)
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परिश्रम ही सौभाग्य की जननी : पं. शास्त्री
कांटाफा़ेड। जिंदगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो, खुद अच्छे बन जाओ शायद आपसे मिलकर किसी की तलाश पूरी हो जाए। यह बात पं. अजय शास्त्री ने कही। उन्होंने पठार में सिंगाजी महाराज के मेले में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिन शिव-पार्वती विवाह प्रसंग पर श्रद्घालु को संबोधित करते हुए कहा परिश्रम सौभाग्य की जननी है। देने के लिए दान, लेने के लिए ज्ञान, त्यागने के लिए अभिमान सर्वश्रेष्ठ है। अच्छे के साथ अच्छा बने, बुरे साथ बुरे नहीं क्योंकि हीरे से हीरा तो तराशा जा सकता है लेकिन कीचड़ से कीचड़ साफ नहीं किया जा सकता।
07केटीडी-01 : कांटाफोड़ भागवत कथा का वाचन करते पं. शास्त्री।