
ASI Survey of Bhojshala: नईदुनिया प्रतिनिधि, धार। धार की ऐतिहासिक भोजशाला में मंगलवार को हिंदू समाज द्वारा पूजा अर्चना की गई। साथ ही सत्याग्रह की तरह सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। हिंदू समाज ने भोजशाला में चल रहे सर्वे को लेकर उत्साह व्यक्त किया है। वहीं सर्वे पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय का सभी ने स्वागत भी किया है।
मंगलवार को पूजन के दौरान सर्वे बाहरी क्षेत्र में जारी रहा। सर्वे के लिए विशेष रूप से बाहरी क्षेत्र में टेंट लगा दिए गए हैं। किसी भी तरह से कोई भी व्यक्ति सर्वे कार्य को नहीं देख सके इसके लिए पूरे इंतजाम किए गए हैं। मंगलवार को हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा और याचिकाकर्ता आशीष गोयल सहित मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद सर्वे के दौरान मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है की प्रति मंगलवार को हिंदू समाज को भोजशाला में पूजा अर्चना की अनुमति होती है। सात अप्रैल 2003 को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा एक आदेश जारी किया गया था। इसी के तहत प्रति मंगलवार को पूजा और प्रति शुक्रवार को नमाज की अनुमति प्रदान की गई थी। जिसका आज तक पालन करवाया जा रहा है।
हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ में प्रस्तुत की गई याचिका पर कोर्ट ने छह सप्ताह में सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा था। इसी के परिपालन में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा 22 मार्च से अपना सर्वे शुरू कर दिया गया है। सर्वे के 12 दिन में टीम ने सुबह से दोपहर तक विशेष रूप से अपनी प्रक्रियाएं की। मशीन से लेकर अन्य साधनों के माध्यम से सर्वे टीम ने अपना काम जारी रखा। इस सर्वे के तहत अब तक करीब पांच स्थानों पर खोदाई कार्य शुरू हो चुका है।
अलग-अलग स्थान पर हो रहे इस खोदाई कार्य के प्रति लोगों में काफी उत्सुकता है। सब लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर में खोदाई के तहत क्या मिल रहा है और उससे आगे क्या होगा। इस तरह की उत्सुकता के चलते मंगलवार को बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग भोजशाला पहुंचे। हालांकि वहां पर कोई भी ऐसी बात देखने को नहीं मिलती है जिससे कि लोगों की उत्सुकता शांत हो।
इसकी एक बड़ी वजह है कि जहां-जहां भी यह खोदाई हो रही है वहां पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने उसे ढक दिया है। बड़े टेंट के माध्यम से वहां पर उसे गोपनीय बनाए रखा है। कोर्ट के आदेश के चलते बहुत ही गोपनीयता के साथ यह सर्वे किया जा रहा है।
किसी तरह की जानकारी बाहर नहीं आने दी जा रही है। इस तरह से सर्वे कार्य का 12 दिन भी महत्वपूर्ण रहा। जब सत्याग्रह चल रहा था तब सर्वे टीम बाहरी क्षेत्र में काम कर रही थी। आगामी दिनों में भी सर्वे कार्य जारी रहेगा। सत्याग्रह में बढ़ रही संख्या
इधर सत्याग्रह में हिंदू समाज के लोगों की उपस्थिति बढ़ती जा रही है। आमतौर पर कम संख्या में लोग यहां आ रहे थे। लेकिन भोजशाला पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। ऐसे में स्थानीय लोगों में भी उत्सुकता बड़ी है। परिणाम स्वरुप यह सभी लोग भोजशाला पहुंच रहे हैं। मंगलवार को हुए सत्याग्रह में हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया गया।
साथ ही अन्य वंदना की गई। सभी लोगों में उत्साह है। खासकर महिलाएं उत्साहित है। भजन कीर्तन करके बाहर निकली हैं। इन महिलाओं का कहना है कि हमें पूरा विश्वास है कि यहां पर मां सरस्वती एक बार फिर विराजमान होगी। लंदन ले जाई गई प्रतिमा को वापस लाया जाएगा।
यहां पर एक बार फिर पुराना गौरव प्राप्त होगा। इधर गौशाला में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बाहरी क्षेत्र में ही मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी की विशेष रूप से जांच की जा रही है। ताकि कोई भी व्यक्ति अपने साथ मोबाइल लेकर अंदर प्रवेश नहीं कर सके।