-जिले में अब शहरों की संख्या 11 से बढ़कर हो गई 13
-पांच-पांच ग्राम पंचायतों के भंग होते ही औपचारिक रूप से बाग और गंधवानी बन जाएंगे नगरीय क्षेत्र
प्रेमविजय पाटिल
धार। नईदुनिया
जिले में अब 11 की बजाय 13 शहर हो जाएंगे। मप्र शासन ने जिले में बाग और गंधवानी ग्राम पंचायत को अब शहर का दर्जा दे दिया है। इन दोनों ग्राम पंचायतों के आसपास की पांच-पांच पंचायतों को मिलाकर गंधवानी और बाग को शहर बनाने की कवायद की जा रही है। इस तरह से गंधवानी विधानसभा में जहां अब तक एक भी शहरी क्षेत्र नहीं था वह जल्द ही दो शहरी क्षेत्रों से जुड़ जाएगा। इसके लिए पांच-पांच ग्राम पंचायतों को भंग करने की कार्रवाई की जा रही है। यहां पर अब सरपंच राज खत्म हो जाएगा और आने वाले समय में चुनाव करवाकर पंच की जगह पार्षद जगह ले लेंगे। जबकि सरपंच की जगह यहां पर नगर परिषद के अध्यक्ष चुन लिए जाएंगे।
वैसे तो धार जिले में 11 शहरी क्षेत्र हैं। इनमें धार, पीथमपुरी, मनावर नगर पालिका तथा नगर परिषद में धामनोद, राजगढ़, धरमपुरी, सरदारपुर, डही, कु क्षी, मांडू, बदनावर शामिल हैं। गंधवानी विधानसभा क्षेत्र ऐसा क्षेत्र था, जहां एक भी शहरी क्षेत्र नहीं था। अब राजपत्र के माध्यम से बाग और गंधवानी को नगर परिषद का दर्जा दे दिया गया है। वर्तमान में दोनों ही स्थान ग्राम पंचायत है।
ऐसे बनेंगे शहर
-गंधवानी पंचायत के साथ-साथ बारिया ग्राम पंचायत शामिल होंगी। इसमें बारिया का गोदड़पुरा ग्राम भी शामिल होगा।
-सातउमरी ग्राम पंचायत के तहत सातउमरी, गरवाल और धनतालाब तीन गांव भी गंधवानी शहर में शामिल हो जाएंगे।
-खेड़ीबुजुर्ग ग्राम पंचायत का एक ग्राम, कोसदना ग्राम पंचायत का कोसदना और वासली तथा पानवा ग्राम पंचायत का पानवा इसमें शामिल होगा। इस तरह से कु छ छह पंचायतों के 10 गांव मिलाकर गंधवानी शहर बनेगा।
बाग नगर परिषद में शामिल होंगे ये ग्राम
-बाग नगर परिषद में बाग ग्राम के साथ-साथ जामनियापुरा पंचायत का जामनियापुरा, रिसाला, महाकालपुरा पंचायत के ग्राम महाकालपुरा और रायसिंहपुरा, आगर पंचायत का आगर, नीमखेड़ा पंचायत का नीमखेड़ा और देकलिया ग्राम शामिल होंगे।
-जबकि बाणदा पंचायत का बाणदा व गोणिया गांव नगर परिषद में शामिल कि ए जाएंगे।
पंचायतें भंग होंगी, नहीं रहेगी सरपंची
जिला शहरी विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी आरएस मंडलोई ने बताया कि बाग और गंधवानी को नगर परिषद बना दिया गया है। आचार संहिता समाप्त होने के बाद अब इसकी आगामी प्रक्रिया की जा रही है। इसके तहत हमें स्थानीय पंचायतों के साथ-साथ आसपास की पांच-पांच पंचायतों को भंग करना होगा। इसके लिए कार्रवाई जल्द ही कर ली जाएगी। इधर इस तरह की व्यवस्था अस्तित्व में आने से ग्राम पंचायतों के सरपंचों और पंचों के अधिकार समाप्त हो जाएंगे। वहीं यह भी बात सामने आ रही है कि यह दोनों ही क्षेत्र गंधवानी विधानसभा के हैं। ऐसे में यहां पर जैसे ही परिषद का कार्यालय व कार्य शुरु होगा। वैसे ही यहां पर कांग्रेस से जुड़े लोगों को इसमें अध्यक्ष जैसे पद व दायित्व मिल सकता है। हालांकि बाद में इन दोनों ही परिषदों के लिए नगरीय निकाय के चुनाव होंगे।