नईदुनिया प्रतिनिधि, डिंडौरी गोरखपुर। आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी में फर्जी ऋण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। करंजिया विकासखंड अंतर्गत जन्म से गूंगा और भूमिहीन व्यक्ति को भी फर्जी ऋण कागजों में देकर कर्जदार बना देने के गंभीर आरोप लगे हैं। जनपद क्षेत्र में कर्ज के नाम पर फर्जीवाडे़ के मामले लगातार सामने आने से बडे़ स्तर पर जांच की मांग उठ रही है। लाखों की वसूली का नोटिस देखकर ग्रामीणों के होश उड़ रहे हैं और वे बैंक चक्कर काटने को मजबूर हैं। जिले भर में बैंकों से जारी हो रही बकायादार सूची की जांच कराने की मांग भी तेज हो गई है।
सहकारी समितियों में भी फर्जी ऋण का खेल चलने के आरोप लग रहे हैं। गोरखपुर सहित आसपास की सहकारी समितियों में चल रही मनमानी की जांच की मांग भी कलेक्टर से की जा रही है। बैंकों और सहकारी समितियों में दलाल बढ़ गए हैं। इसी के चलते इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। जिले के करंजिया विकासखंड अंतर्गत कस्बा गोरखपुर के सेंट्रल बैंक में एक दशक पहले ऋण पुस्तिका में छेड़छाड़ करके रकबा बढ़ाकर ऋण वितरण फर्जी लोन मामले में अब नित्य नए-नए अनोखे मामले परत दर परत खुल रहे हैं।
नईदुनिया अखबार में लगातार यह मनमानी उजागर होने के बाद क्षेत्र के पीड़ित अशिक्षित ग्रामीण भी खुलकर सामने आने आ रहें हैं। इसी क्रम में शनिवार को माधोपुर के दो नागरिकों के साथ फर्जीवाड़ा करने वालों के गैंग ने ऐसा कारनामा किया जिसे सुनकर सभी अचरज में पड़ गए। इस खेल में शामिल जिम्मेदारों द्वारा बडे़ खेल को अंजाम दे दिया।
दरअसल यहां के एक ऐसे दिव्यांग व्यक्ति के नाम पर लोन पास कराकर पैसे निकासी किया गया हैं जो कि जन्म से ही गूंगा था और दूसरा ऐसा व्यक्ति हैं जिसके नाम पर जमीन ही नहीं हैं। बावजूद दलालों की टोली ने मिलीभगत कर उसे बैंक का कर्जदार बना दिया। गौरतलब है कि शनिवार के अंक में भी नईदुनिया ने बैंक से किया गया फर्जीवाड़ा प्रमुखता से उजागर किया था। अन्य जनपदों में भी इस तरह के मामले आने पर लोगों से आगे आकर इस मनमानी को उजागर करने की मांग की जा रही है।
केस नं 1: जिले के करंजिया विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत चंदना के समलिया धुर्वे जो कि जन्म से ही गूंगा था, जिसका पिछले आठ वर्ष पूर्व निधन हो गया हैं। पैसों के लालची दलालों ने इस पर भी तरस नहीं खाया और इसके नाम पर दो लाख इक्कीस हजार दो सौ पैंतीस रुपए का कर्जदार बनाकर पैसा खुद रख लिया। अब परिजन नोटिस मिलने पर परेशान हो रहे हैं। उनका आरोप है कि संबंधित ने कोई कर्ज नहीं लिया था। कैसे बैंक ने कर्जदार बना दिया, उन्हें मालूम ही नहीं।
केस नं -2: पीडित बद्री मरावी जानकारी देते हुए। करंजिया जनपद के ग्राम माधोपुर निवासी बद्री सिंह मरावी पिता गुलाब सिंह जो कि भूमि हीन हैं। पीड़ित ने बताया कि उनके नाम पर कहीं कोई जमीन नहीं है औ न ही कोई ऋण पुस्तिका हैं। बावजूद ठग गैंग ने इसे भी निन्यानबे हजार पांच सौ तैंतीस रुपया का कर्जदार बना दिया। बद्री ने बातचीत में बताया कि यह नोटिस उसे पहली बार मिला हैं। लोन के नाम पर वह अभी तक न तो बैंक गया और न ही पैसा लिया। पीड़ित ने बताया कि उसने किसी से संपर्क भी नहीं किया था। फिर भी उसके नाम पर लोन चढ़ा दिया गया। शनिवार को पीडित इस संबंध में जानकारी लेने बैंक गया था लेकिन बैंक बंद था।
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बजाग एसडीएम रामबाबू देवांगन ने कहा कि क्षेत्र में इस तरह के मामले अगर सामने आ रहे हैं तो इसकी जानकारी ली जाएगी। बैंक के जिम्मेदारों से मैं चर्चा करूंगा। यद्यपि लोन लेने में कई दस्तावेजों को देने के साथ लंबी प्रक्रिया से गुजरना पडता है। ऐसे में इस तरह की मनमानी होने की गुंजाइश कम रहती है। फिर भी जो मामले सामने आ रहे हैं, उसके बारे में मैं जानकारी लेता हूं।