सिस्टम से ये कैसा खिलवाड़...शिक्षक ने अपनी बेटी को दिला दी दो-दो मार्क शीट, बोले- यह तो नियम में है
जिले के शासकीय स्कूलों में मनमानी के लगातार आ रहे मामलों के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक शिक्षक पिता पर आरोप है कि उन्होंने अपनी बेटी के अंक सुधारने के लिए एक ही सत्र में सातवीं कक्षा की दो अलग-अलग अंकसूचियां जारी करवा लीं। शिकायतकर्ता ने आरटीआई के जरिए जानकारी निकाली, जिसमें यह गड़बड़ी सामने आई।
Publish Date: Sun, 27 Jul 2025 01:00:12 PM (IST)
Updated Date: Sun, 27 Jul 2025 01:00:12 PM (IST)
शिक्षक ने बेटी के लिए दो अलग-अलग अंकसूचियां जारी करवा लींHighLights
- जिले के शासकीय स्कूलों में मनमानी के लगातार आ रहे मामलें।
- शिक्षक ने बेटी के लिए दो अलग-अलग अंकसूचियां जारी करवा लीं
- RTI के जरिए जानकारी निकाली, जिसमें यह गड़बड़ी सामने आई।
नईदुनिया प्रतिनिधि, डिंडौरी: जिले के शासकीय स्कूलों में मनमानी के लगातार आ रहे मामलों के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक शिक्षक पिता पर आरोप है कि उन्होंने अपनी बेटी के अंक सुधारने के लिए एक ही सत्र में सातवीं कक्षा की दो अलग-अलग अंकसूचियां जारी करवा लीं। मामला सामने आने के बाद विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।
इस प्रकरण की लिखित शिकायत चटुवा निवासी राजेश सिंह ने दस्तावेजों के साथ सहायक आयुक्त और कलेक्टर कार्यालय में की है। शिकायत के अनुसार, शिक्षण सत्र 2018-19 में शिक्षक बलराम चंदेल की बेटी ज्योति चंदेल अमर ज्योति स्कूल, अमरपुर में सातवीं में पढ़ रही थी। वहां छात्रा की उपस्थिति 188 दिन दर्ज है और उसे जारी अंकसूची में 38 प्रतिशत अंक मिले।
आरोप है कि अंक बढ़ाने के फेर में शिक्षक पिता ने उसी सत्र में बेटी का प्रवेश मिडिल स्कूल सरई में दिखाकर 80 प्रतिशत अंक वाली अंकसूची बनवा ली। यहां छात्रा की उपस्थिति 193 दिन दर्शाई गई है। सवाल यह उठता है कि एक छात्रा एक ही सत्र में दो स्कूलों में कैसे अध्ययन कर सकती है।
RTI से खुली पोल
शिकायतकर्ता ने आरटीआई के जरिए जानकारी निकाली, जिसमें यह गड़बड़ी सामने आई। शिकायत में कहा गया है कि शिक्षक ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर यह मनमानी की। दोनों स्कूलों की अंकसूचियां शिकायत के साथ शिक्षा अधिकारियों को सौंपी गई हैं। शिकायतकर्ता ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बीईओ का बयान
शशिभूषण बघेल, बीईओ समनापुर ने कहा:"एक ही छात्रा एक सत्र में दो स्कूलों में अध्ययन नहीं कर सकती। यह गंभीर मामला है। सोमवार तक जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।"
शिक्षक पिता का बचाव
बलराम चंदेल, छात्रा के पिता और अध्यापक, ने सफाई देते हुए कहा:"मेरी बेटी अमरपुर के निजी स्कूल में पढ़ रही थी, वहां ग्रेड कम बना। नियम अनुसार उसे द्वितीय अवसर देकर सरई स्कूल से पास कर दिया गया। उपस्थिति गलती से दोनों जगह दर्ज हो गई। परीक्षा दोनों जगह दी थी। कोई गलत काम नहीं हुआ है, सब नियम के तहत है।"