नईदुनिया प्रतिनिधि, डिंडौरी। आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी में प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियान के बीच ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव बीड़ी फूंककर सरकारी राशि को धुएं में उड़ा रहे हैं। पंचायत दर्पण में ग्राम पंचायत का आपत्तिजनक बिल सामने आने के बाद जनपद सीईओ समनापुर जांच करने मंगलवार को गांव भी पहुंचे।
इस बीच, पंचायत सचिव प्रेम सिंह का भी तर्क हैरान करने वाला था। उनका कहना है कि राष्ट्रीय पर्व में आए हुए ग्रामीणों को सम्मान स्वरूप बीड़ी पिलाने की परंपरा रही है। उसी का उन्होंने पालन किया है। अन्य पंचायतों में भी इसी तरह के बिल लगते हैं। यह अजीबोगरीब मामला जिले के समनापुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत अंडई का है। यह बिल गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 2025 का बताया जा रहा है।
पांचवें राज्य वित्त आयोग की राशि से समनापुर के एमएस देवांशु ट्रेडर्स को 14 हजार 320 रुपये का भुगतान किया गया है। बिल के क्रमांक सात में बंगला बीड़ी 10 पैकेट का उल्लेख है, जिसमें प्रति पैकेट की कीमत 370 रुपये होना दर्शाया गया है। एक मगज का लड्डू 110 रुपये का खरीदा गया है।
इसी तरह, बजाग जनपद के ग्राम मझियाखार का एक और बिल इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है, जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष चमरू सिंह नेताम के डिंडौरी आगमन पर साहू ट्रांसपोर्ट को चार पहिया वाहन का 2500 रुपये भुगतान करना दर्शाया गया है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने इस बिल की जांच करवाने की बात कही है।
ग्राम पंचायत अंडई के आपत्तिजनक बिल की जानकारी मिली है। मैंने पंचायत सचिव और सरपंच के बयान लिए हैं। इस मामले में प्रतिवेदन तैयार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए जिला पंचायत सीईओ कार्यालय में भेजा जाएगा। इस तरह की मनमानी नहीं होने दी जाएगी। - जतिन ठाकुर, सीईओ जनपद पंचायत, समनापुर
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर पर जो कार्यक्रम होते हैं, उस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी आते हैं। उनके सम्मान में परंपरानुसार बीड़ी बांटी गई थी। यह अन्य पंचायतों में भी होता है। मेरी ग्राम पंचायत क्षेत्र में पांच स्कूल हैं, इसलिए बीडी अधिक मात्रा में लाई गई थी। मैंने अपना पक्ष रख दिया है। अगर यह गलत है तो अगली बार से इसकी खरीदी नहीं की जाएगी। - प्रेम सिंह, सचिव, ग्राम पंचायत अंडई जनपद, समनापुर
ग्राम पंचायत के विकास की राशि से बीड़ी खरीदना आपत्तिजनक है। वह भी तब जब हमारी सरकार नशामुक्ति अभियान प्रदेशभर में चला रही है। मैंने सीईओ से चर्चा कर जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही है। वाहन का बिल लगाने की बात है तो मैं संबंधित सरपंच, सचिव को न तो जानता हूं और न ही मैंने उनको कार्यक्रम में बुलाया था। पंचायत की राशि से इस तरह के भुगतान करना पूरी तरह से गलत है। - चमरू सिंह नेताम, भाजपा जिलाध्यक्ष, डिंडौरी