
नईदुनिया प्रतिनिधि, गुना: रविवार अवकाश के बाद सोमवार को गुना कृषि मंडी में बड़ी संख्या में किसान खाद के लिए सुबह 4:00 से पहुंच गए। पहली सिंचाई के समय यूरिया खाद का छिड़काव किसानों को फसलों में करना है। लेकिन गुना में यूरिया का एनएफएल प्लांट होने के बाद भी किसान खाद के लिए परेशान है।
नई व्यवस्था के तहत सोमवार सुबह 7:30 बजे से टोकन वितरण और खाद वितरण होना था, लेकिन 9:00 तक व्यवस्था ही जमाते पुलिस व प्रशासन के अधिकारी नजर आए। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के क्षेत्र में बीते दिनों बमोरी के बागेरी में एक महिला की खाद के लिए कतार में लगने के दौरान तबीयत खराब होने से मौत के बाद से प्रशासन जागा है।

नई व्यवस्था की गई है, मशीन बढ़ाई गई हैं, रात में किसानों को खाद वितरण केंद्र पर रुकने प्रतिबंधित किया गया है। बावजूद व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। आज फिर लंबी- लंबी कतारे टोकन के लिए और खाद के लिए किसानों की लगी हुई हैं, सबसे ज्यादा गुना के नानाखेड़ी और बमोरी में बागेरी डबल लॉक खाद वितरण गोदाम में स्थिति खराब है।
खुद एडीएम अखिलेश जैन ने नानाखेड़ी गोदाम पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने किसानों से बातचीत भी की। किसानों ने बताया कि 29 तारीख को बांटे गए टोकनों से आप खड़ दी जा रही है। सोमवार को बांटे गए टोकनों की खाद मंगलवार से दी जाएगी। कलेक्टर ने शनिवार को भी खाद वितरण का रहने वाला अवकाश बंद कर दिया है।
ज्ञात हो कि गुना विधायक पन्नालाल शाक्य ने भी बीते दिनों ने सिगंवासा में आरओबी भूमि पूजन के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने ही कलेक्टर किशोर कुमार से खाद के लिए लंबी-लंबी कतारों का कारण पूछ लिया था। साथ ही कहा था अगर यहां जवाब नहीं दोगे तो विधानसभा में पूछेंगे जवाब तो हम आपसे ही लेंगे साहब। उन्होंने यह भी कहा था कि खाद की लाइन में लगी महिला की मौत क्यों हुई, इसका जवाब दिया जाए। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने प्रशासन के अधिकारियों को खाद्य व्यवस्था को सुधारने करने के निर्देश दिए।

खुद कलेक्टर और सभी एसडीएम अपने-अपने अनु विभाग में खाद वितरण केंद्र पर पहुंचे और व्यवस्था का जायजा लिया, नई व्यवस्था को लागू कराया। साथ ही एनएफएल से अब 50 गाड़ी यूरिया मंगाया जाना सुनिश्चित किया गया है।
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बता दें कि सोमवार को भी किसान सुबह 4:00 से पहुंच गए थे। किसानों का कहना है की व्यवस्था में अभी भी कोई खास सुधार नहीं हुआ है। किसान आज भी कतारो में धक्के खाने को मजबूर है। जिले में खाद्य व्यवस्था को लेकर कांग्रेस के विधायक ऋषि अग्रवाल भी लगातार अपने बमोरी क्षेत्र में किसानों से मिल रहे हैं और प्रशासन को व्यवस्था सुधारने कह रहे हैं।