
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर के मुरार क्षेत्र में आठ वर्षीय मासूम की करंट लगने से मौत हो गई। बालक के पड़ोसी दुकानदार ने उसे 20 रुपये का लालच देकर हाथ में बिजली का तार थमा दिया था। पाले के दूसरी तरफ डीपी रखी थी। यहां से करंट दौड़ रहा तार लेकर दुकान तक आना था। यह तार वह खुद न लाकर बच्चे के हाथ में थमाया। जैसे ही बच्चा नाले में उतरा तो उसे करंट लग गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
नेपाली कुशवाह का बेटा शिवा उर्फ बाबू घर के बाहर खेल रहा था। उसके घर से कुछ दूरी पर मनोज जाटव और हेमंत जाटव की दुकान है। उसी समय दुकान की बिजली चली गई थी और दुकान के सामने एक नाला है। नाले के दूसरी ओर एक डीपी (डिस्ट्रीब्यूशन प्वाइंट) है, जहां से बिजली का कनेक्शन लिया जाता है। दुकान तक बिजली लाने के लिए तार डीपी से जोड़ना था।
यह भी पढ़ें: Dhan Transport Scam: मध्य प्रदेश में ट्रक की बजाए स्कूटर पर ही ले गए करोड़ों का धान, जांच में हुआ खुलासा
दुकानदारों ने खुद तार लाने की बजाय मासूम शिवा को बुलाया और उसे कहा कि अगर वह यह काम कर देगा तो उसे 20 रुपये मिलेंगे। मासूम बच्चा लालच में आ गया और तार पकड़कर नाले में उतर गया। लेकिन जैसे ही उसने तार पकड़ा और नाले में कदम रखा, उसे जोरदार करंट लग गया। बिजली का झटका इतना तेज था कि शिवा वहीं तड़पने लगा और कुछ ही पलों में उसकी मौत हो गई। घटना के बाद मनोज और हेमंत मौके से भाग निकले। पास-पड़ोस के लोगों ने जब शिवा को बेसुध देखा तो तुरंत उसके परिवार वालों को सूचना दी गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं।
यह भी पढ़ें: Tiger Attack: बुरहानपुर में युवक पर बाघ का हमला... गले पर पंजे से मारा, ज्यादा खून बहने से मौत
पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ की जा रही है। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मुरार थाना पुलिस ने फिलहाल मर्ग कायम कर लिया है और मामले की जांच जारी है। सीएसपी राजीव जंगले ने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि बच्चे को जानबूझकर बिजली का तार पकड़ाया गया था, जिससे उसकी जान चली गई। इस मामले को केवल हादसा नहीं, बल्कि लापरवाही और मानवता के खिलाफ अपराध के रूप में देखा जा रहा है।