नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। शराब कारोबारी विनोद शिवहरे के मुनीम आशाराम कुशवाह से बुधवार सुबह 10.26 बजे तीन हथियारबंद लुटेरों ने 32.63 लाख रुपये लूटकर दहशत फैला दी। यह वारदात विनोद शिवहरे के बहोड़ापुर में इंद्रानगर स्थित घर से महज 500 मीटर दूर चामुंडा माता मंदिर के पीछे उस समय हुई, जब मुनीम आशाराम कुशवाह कारोबारी के घर से 32.63 लाख रुपये बैग में भरकर यूनियन बैंक की शब्द प्रताप आश्रम शाखा में जमा करने के लिए जा रहा था।
एक बदमाश नीले रंग की अपाचे पर सवार होकर आया, जिसने आशाराम के जूपिटर स्कूटर एमपी 07 एसजे 8764 के सामने बाइक अड़ा दी, जबकि उसके दो साथी पहले से सड़क किनारे खड़े ई-रिक्शा में बैठकर उसका इंतजार कर रहे थे।
जैसे ही स्कूटर पर आगे वह रुपयों से भरा बैग लेकर निकला तो उसे घेर लिया और रुपयों से भरा बैग महज 26 सेकंड में ही लूटा और एक ही बाइक पर सवार होकर भाग गए। लुटेरे संकरी गलियों से होते हुए सागरताल रोड से पुरानी छावनी के जलालपुर रोड पर पहुंचे।
यहां पेट्रोल पंप पर अपनी बाइक छोड़ी, इसके बाद आगे निकल गए। पुलिस को यह बाइक मिल गई है। अब सीसीटीवी कैमरों की मदद से इनके आगे का रूट ट्रैक किया जा रहा है। यह इस साल की सबसे बड़ी लूट की वारदात है। यही वजह है कि सूचना मिलते ही आइजी अरविंद सक्सैना, डीआइजी अमित सांघी, एसएसपी धर्मवीर सिंह सहित सभी पुलिस अधिकारी पहुंच गए।
जिस तरह से इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया है, उससे यह तो साफ हो गया है कि लुटेरों को पहले से पता था कि आशाराम इतनी मोटी रकम लेकर जाता है। आशाराम प्रतिदिन विनोद के घर से रुपये बैग में भरता है और इसके बाद यूनियन बैंक में जमा करता है। यह वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। फिलहाल पुलिस को लुटेरों के बारे में कोई ठोस सुराग नहीं मिले हैं, जिससे लुटेरों की पहचान हो सके।
मैं घासमंडी में रहता हूं। कारोबारी विनोद शिवहरे और लक्ष्मण शिवहरे के यहां मुनीम हूं। पैसों का हिसाब और इन्हें बैंक में जमा करने का काम मेरे ही पास है। 14 दुकानों का पूरा कलेक्शन रात तक जो होता है, उसे अगले दिन यूनियन बैंक में जमा करते हैं। पैसा सेठ के यहां से ही उठाता हूं। मैं सुबह अपने स्कूटर से सेठ के घर पहुंचा। यहां से पैसों से भरा बैग लिया। मैं अलग-अलग समय पर जाता हूं, रास्ता भी बदलता रहता हूं। मैं घर से निकला और चामुंडा माता मंदिर की गली से होता हुआ जा रहा था। एक नीले रंग की अपाचे पर सवार युवक मेरे सामने से आया फिर पीछे की तरफ निकल गया। वह दोबारा लौटा और सामने गाड़ी लगाकर मेरे पास आने लगा।
मुनीम ने आगे बताया, 'मुझे कुछ समझ नहीं आया मैं तो जा रहा था। तभी ई-रिक्शा में बैठे युवक मेरी गाड़ी के सामने आ गए। इनके मुंह पर भी कपड़ा बंधा हुआ था। एक ने कट्टा अड़ाया, एक ने बैग छीना। इनका साथी बाइक स्टार्ट कर खड़ा था। गोली मारने की धमकी दी और बाइक पर बैठते ही भाग निकले। मेरी बाइक की चाबी भी निकाल ले गए। जिससे मैं पीछा न कर सकूं। फिर मैंने सेठ को सूचना दी। तब पुलिस आई। मैं 10 साल से यहां काम कर रहा हूं। रोज पैसे ले जाता हूं। 60 लाख रुपये तक साथ ले जा चुका हूं।
10.26.25 बजे- नीली अपाचे सवार नकाबपोश बदमाश अकेला मुनीम की तरफ बढ़ा, बीच में उसके दो साथी ई-रिक्शा में बैठे थे।
10.26.43 बजे- जैसे ही मुनीम आशाराम इनके पास से गुजरा तो घेर लिया। कट्टा अड़ाया और बैग छीनने लगे।
10.26.51 बजे- बैग लूटा और चाबी छीनकर भाग निकले।
शराब कारोबारी के मुनीम के साथ लूट हुई है। बदमाशों की बाइक मिल गई है। लुटेरों की तलाश में पांच टीमें लगाई हैं। सीसीटीवी कैमरों से लेकर संदेहियों से पूछताछ चल रही है। जल्द ही लूट का राजफाश कर दिया जाएगा। अरविंद सक्सैना, आइजी, ग्वालियर रेंज।