Anju Rafael-Nasrullah: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। अंजू से ग्वालियर का नाम जुड़ने के बाद अब ग्वालियर में खुफिया एजेंसियां अलर्ट डेरा जमाए हुए हैं। दरअसल अंजू ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बोना गांव की ही रहने वाली है। उसके पिता का नाम गयाप्रसाद थामस है, जबकि मां का नाम सुलोचना। अंजू के बारे में जब पड़ताल करने खुफिया एजेंसियां और पुलिस पहुंची तो सामने आया कि वह अपने पिता की छह संतान हैं, जिसमें से 5 बेटियां और 1 बेटा है। सबसे बड़ी अंजू है, जबकि सबसे छोटा बेटा डेविड थामस है। जो अंजू और अरविंद के साथ भिवाड़ी में ही रह रहा था। अंजू के पिता टेलर का काम करते हैं। जब अंजू के पाकिस्तान जाने की खबरें सामने आई तो पूरे गांव में खलबली मच गई।
गयाप्रसाद पहले हिंदू था। आंतरी थाना प्रभारी दीपक भदौरिया उससे मिलने पहुंचे थे। उन्होंने जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मूल रूप से भिंड के मिहोना का रहने वाला है और उसके पिता बीएसएफ में थे। उसकी शादी जालौन की रहने वाली सुलोचना से हुई थी। पिता की नौकरी की वजह से टेकनपुर रहने लगे। यहीं जमीन खरीद ली। गांव में ही चर्च स्थित है, जहां जाते-जाते उसे इसाई धर्म में रुचि हो गई, इसलिए पूरे परिवार ने इसाई धर्म अपना लिया।
अंजू के भाई डेविड की शादी 2021 में हुई थी। उस समय वह शादी में शामिल होने के लिए ग्वालियर स्थित अपने गांव आई थी। उसके पिता और भाई ने इसे लेकर अलग-अलग बयान दिए। इसलिए खुफिया एजेंसियों की नजर में यह संदेह पैदा करते हैं।
गयाप्रसाद से सुबह आंतरी थाना प्रभारी ने मुलाकात की। इसके बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट हुई। आइबी के अधिकारियों ने उससे फोन पर बात की। उसे मिलने के लिए कहा तो वह राजी हो गया। इसके बाद अचानक उसने घर पर ताला डाला। अपनी बाइक उठाई और गायब हो गया। उसका फोन शाम तक बंद आ रहा है। उसका इस तरह गायब होना संदिग्ध है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि हाे सकता है वह घबराहट के कारण ऐसा कर रहा हो। गयाप्रसाद के पास बजाज वी-15 बाइक है। वह एंड्रायड फोन चलाता है। गयाप्रसाद के दो और भाई थे, जिसमें से एक भाई मनोज ने उसी के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। तीसरा भाई अशोक बीएसएफ में है।
ग्याप्रसाद और उसका परिवार फरीदाबाद शिफ्ट हो गए थे। यह लोग सालों से ग्वालियर नहीं आए थे। कोविड काल में इनकी गांव में वापसी हुई। इसके बाद डेविड की शादी हो गई। डेविड फरीदाबाद में रहता था, लेकिन उसकी पत्नी अभी गर्भवती है, इसलिए देखरेख के लिए अपनी पत्नी को लेकर वह भिवाड़ी शिफ्ट हो गया। यहां वह कंपनी में काम करता है। डेविड ने नईदुनिया को बताया कि वह तो अमृतसर जाने की कहकर गई थी, पता नहीं था पाकिस्तान चली जाएगी।
जिस घर में अंजू के पिता रहते हैं, वहां सारा सामान उपलब्ध है। जिस बाइक से वह चलता है, वह भी महंगी है। इसलिए खुफिया एजेंसी का फोकस उसकी कमाई का जरिया पता लगाने पर है, हालांकि उसने आंतरी थाना प्रभारी को बताया था कि उनका बेटा पैसा भेजता है। कुछ काम वह भी करता है।