नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर: महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन के पास सालों से रह रहे आठ बांग्लादेशी नागरिकों के पकड़े जाने के बाद एक और मामला सामने आ गया है। ग्वालियर के ही पुरानी छावनी इलाके में सालों से 12 बांग्लादेशी रह रहे थे। जब मप्र पुलिस का गोपनीय सर्वे शुरू हुआ और इनके दरवाजे पर पड़ताल के लिए पुलिस ने दस्तक दी तो इन्हें पकड़े जाने का संदेह हुआ।
पुलिस इनकी पड़ताल नहीं कर पाई और यह पुलिस के इरादे भांप गए। गुपचुप यह लोग ग्वालियर से भाग गए। कुछ लोग चैन्नई तो कुछ लोग बंगाल भागे। इनके जो मोबाइल नंबर पुलिस के पास हैं, वह बंद आ रहे हैं। फिलहाल यह लोग बेसुराग हैं। इसलिए पुलिस अधिकारी भी चुप्पी साध गए हैं। यानि बांग्लादेशी नागरिकों के पकड़े जाने का यह दूसरा मामला है। इसलिए अब आशंका है कि ग्वालियर के और भी इलाकों में ऐसे नागरिक हो सकते हैं, जिनकी नागरिकता संदिग्ध है।
करीब दो माह पहले सर्वे शुरू हुआ था। इसी सर्वे के आधार पर बंगाल, बिहार, झारखंड से आए लोगों की सूची तैयार हुई थी। इसमें ग्वालियर के 94 लोग थे, लेकिन इस सूची के अलावा भी 12 लोग चिन्हित हुए थे। जो बंगाल के रास्ते ग्वालियर के पुरानी छावनी स्थित बीलपुरा गांव में रह रहे थे। सालों से यहां आकर रह रहे थे और मजदूरी कर रहे थे। इनके पास से जो दस्तावेज मिले वह संदिग्ध थे।
इन्हें पुलिस ने जांच में लिया, इसके बाद ही यह फरार हो गए। इनके मोबाइल नंबर पुलिस ने सर्विलांस पर लगाए तो अचानक लोकेशन चैन्नई व बंगाल आई। फिर मोबाइल बंद हो गए। जब दोबारा यहां पुलिस पहुंची तो घर से गायब मिले। पुलिस अधिकारियों को यह मामला पता लगा, लेकिन इस मामले पर चुप्पी साध गए क्योंकि यह लोग पुलिस के हाथ से फिसल गए थे।
मप्र पुलिस के DGP कैलाश मकवाना ने पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए माइक्रो बीट सिस्टम लागू किया था, लेकिन यह माइक्रो बीट सिस्टम ग्वालियर में फेल हो गया। माइक्रो बीट तो बना दी गई, लेकिन पुलिसकर्मियों की उदासीनता और लचर मानीटरिंग के कारण गली-मोहल्लों में पुलिस का नेटवर्क तैयार नहीं हो पाया। यही वजह थी- महाराजपुरा में भी सालों से रह रहे बांग्लादेशी परिवार को हरियाणा पुलिस के इनपुट पर चिन्हित किया जा सका।
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पुरानी छावनी क्षेत्र में करीब 12 लोग ऐसे थे, जिनकी नागरिकता संदिग्ध थी। अचानक यह लोग गायब हो गए। कुछ लोगों की लोकेशन चैन्नई तो कुछ की लोकेशन बंगाल के अलग-अलग स्थानों पर आ रही थी। फिर मोबाइल बंद हो गए।
-नागेंद्र सिंह सिकरवार सीएसपी, महाराजपुरा सर्किल