
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर में बांग्लादेशी नागरिक लगातार पकड़े जा रहे हैं। अब एक महिला को पकड़ा गया है जो बांग्लादेशी नागरिक है। उसके पास से फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड मिला है। जिस पर अंजली चौधरी लिखा है। पुलिस अब आधार कार्ड की जांच भी कर रही है। पुलिस का कहना है कि आधार कार्ड फर्जी हो सकता है या किसी अंजली चौधरी के वास्तविक प्रपत्रों पर बनवाया गया हो सकता है। वह यहां अंजलि चौधरी के नाम से रहकर एक स्पा सेंटर में काम करती थी।
पूछताछ में उसने खुद को ढाका का नागरिक बताया है। इससे पहले ग्वालियर में एक बांग्लादेशी परिवार समेत 15 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया था, जिनमें से नौ लोगों को 15 नवंबर को हावड़ा(बंगाल) होकर बांग्लादेश भेजा जाएगा। शेष को भी भेजने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस की पूछताछ में पकड़ी गई महिला ने बताया कि वह ढाका के एक दलाल के जरिए ग्वालियर के झोलाछाप (बंगाली डॉक्टर) के संपर्क में आई थी। बांग्लादेशी दलाल ने उसे नदी पार करा कर भारत की सीमा में प्रवेश करा दिया था।
वह बंगाल होकर जुलाई 2024 में दिल्ली आई थी। वहां कुछ दिनों तक रहने के बाद ग्वालियर के झोलाछाप ने उसे यहां बुला लिया। वह यहां किराए का फ्लैट लेकर रह रही थी। उसके मोबाइल में बांग्लादेशी पासपोर्ट का फोटो मिला है। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो वह खुद का नाम अंजलि चौधरी बताने लगी। इसी नाम का आधार कार्ड व पैनकार्ड भी दिखाने लगी, लेकिन सख्ती से पूछताछ व मोबाइल में मिले डॉली अख्तर के नाम के बांग्लादेशी पासपोर्ट के फोटो पर उसने सच स्वीकार कर लिया।
उसने अपना असली नाम डॉली अख्तर बताया है। उसने यह भी बताया कि उसके साथ उसकी सहेली लकी भी आई थी। पुलिस लकी की तलाश कर रही है। जिस झोलाछाप ने उसे यहां बुलाया था पुलिस ने फिलहाल उसका नाम सार्वजनिक नहीं किया है।
इसे भी पढ़ें... MP के छिंदवाड़ा में पेट फूलने के बाद 15 मवेशियों की मौत, इनका संक्रमित दूध पीने से 5 लोग बीमार