
नईदुनिया टीम, ग्वालियर। चक्रवात मोंथा और पश्चिमी विक्षोभ का असर देश भर में देखा जा रहा है। यही कारण है कि मध्य प्रदेश में ग्वालियर-चंबल के जिलों में पिछले 30 घंटे से अधिक समय से तेज और रिमझिम वर्षा हो रही है। शिवपुरी जिले में मंगलवार सुबह आठ बजे तक वर्षा का दौर चला। जहां धान, मक्का की फसल प्रभावित हुई है, वहीं टमाटर की फसल को 90 फीसद तक नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
दतिया जिले में दतिया सहित सेवढ़ा, इंदरगढ़, भांडेर, थरेट, जिगना और उदगुवां आदि क्षेत्रों के करीब 500 से अधिक गांवों में धान की फसल खेतों में बिछ गई है। यहां किसानों का दावा है कि 60 से 80 फीसदी तक फसल बर्बाद हो गई है। वहीं भिंड में धान की फसल 60 फीसद तक चौपट हो गई है।
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इसी तरह श्योपुर जिले में मंगलवार को भी दिनभर वर्षा का दौर जारी रहा। यहां 30 से 50 फीसद तक धान की फसल को नुकसान हुआ है। इधर, मुरैना जिले में 30 से अधिक घंटे से रिमझिम वर्षा का दौर जारी है। पगारा बांध का जलस्तर अपनी भराव क्षमता 654 फीट से ऊपर पहुंचते ही सोमवार-मंगलवार की रात बांध के सभी छह आटोमेटिक गेट खुल गए। ग्वालियर जिले में वर्षा के कारण धान और मक्का की फसल प्रभावित हुई है।
