नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। सब्जियों के बढ़ते दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। टमाटर, प्याज, आलू और हरी मिर्च जैसी सब्जियों की कीमतें आसमान छू रही हैं। इससे आम आदमी की रसोई का बजट पूरी तरह बिगड़ गया है। सब्जियों के दाम बढ़ने से रसोई का खर्च बढ़ गया है, इस कारण लोगों को अपने अन्य खर्चों में कटौती करनी पड़ रही है ताकि वे रसोई का खर्च चला सकें। कुछ लोग सस्ती सब्जियों की ओर रुख कर रहे हैं ताकि वे अपने रसोई का खर्च कम कर सकें।
1.लगातार वर्षा के कारण सब्जियों की सप्लाई प्रभावित हुई जिससे दाम बढ़ गए हैं।
2.वर्षा के कारण कई फसल नष्ट हो गई और कई सब्जियों की उत्पादन नहीं हो पाना।
सब्जी- सिटी सेंटर- अन्य क्षेत्र- मंडी के भाव- पहले के भाव
टमाटर- 100- 80- 70- 20
तोरई- 100- 80- 80- 30
लॉकी- 60- 40- 40- 10
रमास- 120- 100- 80- 60
परमल- 120- 80- 60- 40
मिर्ची- 120- 80- 80- 40
भुट्टे- 80- 70- 50- 20
अरबी- 80- 60- 50- 30
पालक- 60- 40- 30- 20
नींबू- 80- 60- 50- 40
आलू- 30- 30- 30- 10
टिंडे- 80- 70- 50- 30
नोट: सभी सब्जियों के भाव रुपये किलो के हिसाब से है।
सब्जी विक्रेता महेश ने कहा कि वर्षा के कारण सब्जियां महंगी हो गई है। पालक तो पूरी तरीके से सड़ी आ रही है फिर भी इसका भाव 60 रुपये किलो चल रहा है। वहीं दूसरे शहरों से आना वाला माल रोजाना न आने से मंडी में ही महंगा मिल रहा है। इसलिए हमें भी मजबूरी में सब्जियां महंगी बेचनी पड़ रही है।
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गृहिणी नलिनी ने कहा कि मैं एक प्राइवेट जॉब करती हूं।मुझे रोजाना सुबह जल्दी उठकर अपने बच्चों व पति के लिए लंच बनाना पड़ता है। आप रसोई में कुछ भी बनाएंगे तो उसके लिए टमाटर की जरूरत तो पड़ती ही है। अब टमाटर 80 रुपये किलो चल रहा हैं। ऐसे में मेरी रसोई का बजट बिगड़ गया है।
वहीं दूसरी गृहिणी दीपाली भदौरिया ने कहा कि मेरे बच्चों को सुबह-सुबह सेंडबिच बहुत पसंद है।मैं अधिकत्तर टिफिन में उनके सैलिड सैंडबिच ही रखती हूं। पिछले कई दिनों से टमाटर और खीरे के भाव बढ़ जाने से मुझे अब उन्हें स्कूल लंच के लिए कुछ और बनाना पड़ता है।