नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। जमीनों को कब्जाने और जमीनों को विवादित बनाकर सस्ते दाम में इनका सौदा दूसरों को कराने का ठेका लेने वाला गुंडा सचिन फागुना व अरुण गुर्जर पकड़े गए हैं। यह दोनों उटीला में हुए फर्जी गोलीकांड के बाद से ही फरार चल रहे थे। मुरैना के कोर्ट तिराहा के पास स्थित गोल्ड सिनेमा में Saiyaara फिल्म देख रहे थे। तभी ग्वालियर पुलिस को भनक लग गई। ग्वालियर पुलिस की टीम ने सिनेमाघर के बाहर जैसे ही यह आए तो दबोच लिया। आम लोगों पर गोलियां चलाकर डराने वाले गुंडों की हेंकड़ी निकल गई।
पुलिस की गिरफ्त में जैसे ही आए तो हाथ जोड़कर माफी मांगने लगे। आंख में से भी आंसू निकलने लगे। उटीला थाना पुलिस ने इन गुंडों को हिरासत में ले लिया है। अब इनसे पूछताछ की जाएगी। साथ ही इनकी पूरी गैंग के बारे में पूछताछ की जाएगी। उटीला स्थित जारगा गांव में ब़ृजेश परिहार घायल अवस्था में पुलिस को मिला था। उसने कनाथर गांव के रहने वाले जाटव परिवार पर गोली मारने का आरोप लगाया था। पुलिस ने चंद घंटों में इस घटना का खुलासा कर दिया था। गोलीकांड पूरी तरह फर्जी था।
बृजेश परिहार ने खुद को गुंडे सचिन फाग़ुना के कहने पर गोली चलवाई थी। सचिन फागुना ने भारत जाटव व उसके स्वजनों से जमीन का सौदा किया था। जमीन की रजिस्ट्री कराने के एवज में वह भुगतान नहीं कर रहा था। इस पर भारत व उसके परिजनों ने रजिस्ट्री करने से इनकार कर दिया। उस पर दबाव बनाने के लिए सचिन ने अपने साथी अरुण, मनोज गुर्जर, बृजेश परिहार के साथ मिलकर यह षड़यंत्र रचा। बृजेश, मनोज तो पकड़े गए थे लेकिन सचिन व अरुण फरार चल रहे थे।
एसडीओपी मनीष यादव, उटीला थाना प्रभारी शिवम राजावत और क्राइम ब्रांच के आरक्षक राजीव शुक्ला, रत्नेश राजावत दोनों की तलाश में लगे थे। इस टीम को खबर लगी कि दोनों गुंडे मुरैना में सैयारा फिल्म देख रहे हैं। इसके बाद तो टीम सक्रिय हुई। फिल्म छूटने से पहले ही टीम वहां पहुंच गई। दस मिनट बाद फिल्म खत्म हुई। सचिन व अरुण जैसे ही बाहर आए तो इन दोनों को घेरकर पकड़ लिया। जैसे ही यह आरोपित पुलिस की गिरफ्त में आए तो रोने लगे।
आरोपितों को जैसे ही पुलिसकर्मियों ने दबोचा तो इनके पास सिफारिश के लिए फोन पहुंचना शुरू हो गए। मुरैना में जब यह आरोपित पकड़े गए तो इनकी गैंग के कुछ सदस्य बाहर मौजूद थे। जिन्होंने रिश्तेदारों फिर रिश्तेदारों ने अलग-अलग लोगों से सिफारिश कराई। जिससे इन गुंडों पर सख्ती न बरती जाए।
एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि इन गुंडों की संपत्ति की जांच कराई जाएगी। इस संबंध में राजस्व विभाग सहित अन्य विभागों को भी पत्राचार किया जाएगा। पता लगा है कि यह लोग फार्च्युनर, स्कार्पियो जैसी लक्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लाखों रुपए कीमत की यह गाड़ियां इनके पास कहां से आई। किन विवादित जमीनों का सौदा इन्होंने किसे कराया है। कितने अनुबंध इन लोगों ने करा रखे हैं, उन सभी को जांच के दायरे में लिया जाएगा।