.webp)
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर: ग्वालियर से आगरा के बीच 4613 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित 88.400 किमी लंबे सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे (Green Field Expressway) का निर्माण कार्य अब नवंबर माह के अंत तक शुरू हो पाएगा। इसका कारण यह है कि निर्माण कार्य का ठेका लेने वाली जीआर इंफ्रा कंपनी (GR Infra Company) को अभी जमीन का भौतिक कब्जा नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा दिया जाना बाकी है।
टेंडर की शर्तों के अनुसार, 90 प्रतिशत जमीन का भौतिक कब्जा मिलने के बाद ही कंपनी कार्य शुरू कर सकेगी। नवंबर में यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी, जिसमें प्राथमिक रूप से सरकारी और वन भूमि पर कब्जा दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, जिन निजी भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, वहां डिमार्केशन (चिह्नांकन) कराया जाएगा। इसके लिए बैकहो लोडर मशीनों से भूमि समतलीकरण कार्य किया जाएगा।
अक्सर देखा गया है कि मुआवजा मिलने के बाद भी कुछ लोग अंतिम समय तक जमीन नहीं छोड़ते, इसलिए NHAI पहले जिला प्रशासन के माध्यम से कब्जा लेने की प्रक्रिया पूरी करेगा और उसके बाद भूमि को निर्माण कंपनी को उपलब्ध कराया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 502 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है, जिसमें आगरा, धौलपुर, मुरैना और ग्वालियर जिले शामिल हैं। इनमें सर्वाधिक भूमि मुरैना जिले में और सबसे कम ग्वालियर में अधिग्रहित हुई है। ग्वालियर के सुसेरा गांव में मात्र 1.08 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
(नोट: प्रोजेक्ट के तहत लगभग 400 हेक्टेयर निजी भूमि का अधिग्रहण किया गया है।)
ग्वालियर से आगरा के बीच 88.400 किमी लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे का निर्माण 30 माह में पूरा करने का लक्ष्य है। इस एक्सप्रेस वे का एनएच नंबर 719डी रखा गया है। निर्माण कार्य पूरा होने पर आगरा से ग्वालियर की दूरी 32 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा का समय घटकर सवा घंटे रह जाएगा।
यह भी पढ़ें- MP में पंचायत का ऐतिहासिक फैसला, शराब बेचने पर ₹11,000 और पीने पर ₹5,100 का जुर्माना तय
एक्सप्रेस वे आगरा से शुरू होकर धौलपुर, मुरैना होते हुए ग्वालियर के सुसेरा गांव तक पहुंचेगा। परियोजना पूरी होने पर यह मार्ग ग्वालियर-आगरा क्षेत्र के विकास और तेज रफ्तार यात्रा का नया अध्याय बनेगा।