ग्वालियर प्रतिनिधि, नईदुनिया। ग्वालियर-आगरा हाइवे पर सफर अब और सुरक्षित होने जा रहा है। एनएचएआई (NHAI) ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पड़ने वाले ब्लैक स्पॉट को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत ग्वालियर-शिवपुरी हाईवे (NH 46) को भी शामिल किया गया है। इस सुरक्षा अभियान में 2.47 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
ब्लैक स्पॉट वे स्थान होते हैं, जहां बार-बार सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इन स्थानों पर सड़क की खराब हालत, गड्ढे, या खराब डिजाइन से वाहन चालक असंतुलित हो जाते हैं और हादसे हो जाते हैं। बारिश के मौसम में भारी वाहनों के कारण गड्ढे और स्लिप पॉइंट्स बन जाते हैं, जो दुर्घटनाओं की मुख्य वजह बनते हैं।
इस हाइवे पर धौलपुर से मुरैना के बीच कुछ इंटरचेंज ऐसे भी हैं, जहां जरा सी असावधानी होने पर ही एक्सीडेंट की संभावना बन जाती है। इसके चलते इन स्थानों पर काम कराया जाएगा। बिलौआ तिराहा और अरु तिराहा (ग्वालियर-झांसी खंड) को ब्लैक स्पॉट लोकेशन के रूप में चिह्नित किया गया है। इन सभी स्थानों पर सड़कों की मरम्मत, इंटरचेंज सुधार और सुरक्षा संकेतक लगाए जाएंगे।
सांसद भारत सिंह कुशवाह ने NHAI अधिकारियों से भोपाल में मुलाकात कर डबरा से ग्वालियर के बीच बिलौआ और अरु तिराहों पर फ्लाइओवर की मांग की है। ये स्थान बार-बार सड़क हादसों के लिए चिन्हित किए जा चुके हैं।
प्रशांत मीणा (मैनेजर, NHAI ग्वालियर) के अनुसार, NH 44 और NH 46 पर ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। हमारा लक्ष्य है कि इन खतरनाक स्थानों को जल्द से जल्द सुधार कर दुर्घटनाओं की संख्या कम की जाए।