
Gwalior Bad Road News: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। पहले आचार संहिता लगी तो चुनाव की तैयारी में अधिकारी लग गए। मतदान और फिर मतगणना, चुनाव पूरे हो गए। तीन दिसंबर को नतीजे भी सामने आ गए लेकिन नगर निगम अधिकारियों की अभी तक खुमारी नहीं उतरी है। दो माह से पेंच रिपेयरिंग के इंतजार में पड़े गड्ढे अब और गहरे हो गए हैं। शहर की मुख्य सड़क हो या पाश कालोनियों के गड्ढे, हालत यह है कि नगर निगम के अफसर हों या पेंच रिपेयरिंग करने वाला अमला, कोई झांकने तक नहीं आया। आप कार से निकलें या दो पहिया वाहन से तगड़ा झटका लगना या फिर कमर में नुकसान पहुंचने की नौबत आ जाती है। सड़कों को लेकर नगर निगम की बहानेबाजी नई नहीं है, नई सड़क जब बनेगी तब बनेगी लेकिन निगम के जोनल अधिकारी हों या बड़े अफसर, जनता की इस परेशानी से कोई लेना देना नहीं है। शर्मनाक: जोनल अधिकारी सो रहे, जनता की फिक्र नहीं नगर निगम के जोनल अधिकारी कहां है पता नहीं, हर रोज आवागमन के दौरान इन्हें यह गड्ढे नजर नहीं आते हैं। जोनल अधिकारी यानी जोन व वार्ड की बुनियादी सुविधाओं से लेकर पूरी जिम्मेदारी नगर निगम ने इन्हें सौंप रखी है। हालत यह है कि गड्ढ़ों से होकर खुद निकल सकते हैं लेकिन इन्हें दुरूस्त नहीं करवा सकते हैं। ग्वालियर की पाश कालोनियों से लेकर मुख्य मार्गों पर यह शर्मनाक हालात बने हुए हैं।
मानसिक आरोग्यशाला से पहले रेलवे क्रासिंग से लगभग तीस मीटर पहले पटरी के बगल से होने वाले गड्ढों के कारण दोपहिया वाहन चालक रोज गिर रहे हैं। पहले गड्ढा फिर पटरी के कारण गाड़ियों का पहिया फंस जाता है और वाहनों तक को नुकसान पहुंच रहा है। रात में हैवी ट्रैफिक के लिए भी यह मुख्य मार्ग हैं, क्योंकि यह सीधा आगे जाकर मुरैना हाइवे से जुड़ जाता है। यह हालत लंबे समय से है और जरा सी बारिश में पानी भर जाने से जब गड्ढा नहीं दिखता तो और मुसीबत होती है।
शिंदे की छावनी बिजली घर से आगे बढ़ते ही तिराहा पर एक बड़ा गड्ढ़ा खोदकर छोड़ दिया गया है, यहां किसी एजेंसी ने काम कराया था इसके बाद ध्यान नहीं दिया। गड्ढे को भरा तक नहीं गया। आने-जाने वाले गड्ढे से बचने एक तरफ वाहन ले लेते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम के हालात बन जाते हैं। दूसरी ओर ढ़लान होने से हादसे का खतरा रहता है। इस तरह बीचों बीच बने इस बड़े चौड़े गड्ढे के कारण दोनों ओर का ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है।
शहर के सिटी सेंटर क्षेत्र में खराब सड़क की शुरूआत एयरटेल आफिस रोड से होती है, यहां जर्जर रोड लंबे समय से है। यहां इनकम टैक्स आफिस रोड पर सड़कों के गड्ढे ऐसे हैं कि कोई देखकर डर ही जाए, यहां कार की यह हालत रहती है कि अगर पांच या दस की स्पीड से ज्यादा निकाली तो हादसा हो सकता है। बीएसएनएल आफिस और इनकम टैक्स आफिस जैसे प्रतिष्ठित कार्यालयों की सड़क का यह हाल पड़ा है। इसके बाद शेरे पंजाब के बगल से वीरेंद्र विलास जाने वाली सड़क पर छह-छह माह से बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिन्हें भरवाया नहीं गया है। इस सड़क पर बोरिंग का पाइप भी सड़क पर मुसीबत बना हुआ है।
नगर निगम अधीक्षण यंत्री जेपी पारा जनकार्य शाखा के प्रभारी हैं। शहर में पेंच रिपेयरिंग कराने की जिम्मेदारी इनके ही पास है। इनके निर्देश पर ही पेंच रिपेयरिंग का अमला काम करता है, लेकिन शहर के गड्ढों को देखकर हकीकत सामने आ जाती है।