
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। तिघरा के गुर्जा गांव में गोलियां चलाकर गर्भवती अंजू गुर्जर को अगवा करने वाले 25 हजार रुपए के इनामी डकैत योगेंद्र उर्फ योगी गुर्जर का भाई अंके गुर्जर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। अंके ही अंजू के ससुरालवालों को धमका रहा था। दो दिन पहले भी वह गांव पहुंचा था। पुलिस ने अंजू के स्वजन की ओर से सूचना भिजवाकर उसे झांसे में लिया और जब वह पहुंचा तो तिघरा के जंगल में पुलिस ने पकड़ लिया। वह बिना नंबर की ब्रेजा कार में सवार था।
अंके गुर्जर का मूवमेंट वारदात के बाद से लगातार गुर्जा और आसपास के गांव में था। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने एएसपी अनु बेनीवाल के नेतृत्व में पुरानी छावनी थाना प्रभारी संतोष यादव व अन्य पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाई। टीम ने ग्रामीणों से बात की।
इसमें सामने आया कि अंके अंजू के ससुरालवालों पर दबाव बनाने के लिए सजातीय लोगों को धमकी दे रहा है कि केस वापस नहीं लिया तो गुर्जा में बड़ी घटना होगी। अंके को पुलिस ने मुखबिर के जरिए सूचना पहुंचवाई कि अंजू के ससुराल वाले पंचायत के बीच बैठकर बात करने के लिए तैयार हैं।
इस बहकावे में अंके गुर्जर आ गया। राजस्थान की सीमा से तिघरा शाम को तिघरा के जंगल में जैसे ही वह पहुंचा तो पुलिस टीम ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। गाड़ी भी जब्त कर ली। उधर अंके गुर्जर को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।
योगेंद्र की गैंग में शामिल डकैत तहसीला गुर्जर ने राजस्थान के धौलपुर में सरेंडर कर दिया। वह धौलपुर के मौरोली का रहने वाला है। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि अब पुलिस तहसीला को प्रोडक्शन वारंट पर पूछताछ के लिए ग्वालियर लाएगी।
उधर धौलपुर पुलिस का दावा है कि निहालगंज थाना पुलिस धौलपुर और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए तहसीला उर्फ तहसीलदार को एक अवैध कट्टा 315 बोर व 2 जिन्दा कारतूस के साथ पकड़ा है। उस पर राजस्थान व मध्यप्रदेश से कुल 40 हजार रुपए का ईनाम घोषित है।
तहसीला के खिलाफ धौलपुर के अलावा मध्यप्रदेश के थाना सरायछोला मुरैना, तिघरा ग्वालियर, सेसईपुरा श्योपुर पर लूट, अपहरण, हत्या का प्रयास, फिरौती व पुलिस मुठभेड़ के कई मामले दर्ज हैं।
डकैत योगेंद्र उर्फ योगी गुर्जर से भयभीत गुर्जा गांव निवासी अंजू के ससुरालीजन की सुरक्षा के लिए छह पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं लेकिन सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के भोजन का इंतजाम करना पुलिस अधिकारी भूल गए। पीड़ित परिवार को ही दोनों समय भोजन कराना पड़ रहा है।
अंजू के ससुर ब्रजलाल गुर्जर के अनुसार आठ अगस्त की घटना के बाद यहां तीन पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगाए गए। जब डकैत ने गुर्जा को भंवरपुरा बनाने की धमकी दी तो सुरक्षा और बढ़ाई गई।
वर्तमान में छह पुलिसकर्मी 24 घंटे के लिए तैनात हैं लेकिन इनके भोजन की व्यवस्था नहीं की गई है। ब्रजलाल ने इस संबंध में आइजी, डीआइजी, एसएसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों से शिकायत की।
एसएसपी धर्मवीर सिंह ने तिघरा थाने की मैस से सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों के खाने का इंतजाम करने के निर्देश दिए।