Gwalior Railway Hockey Stadium News: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। रेलवे हॉकी स्टेडियम का एक बार फिर जीर्णाेद्वार का काम शुरू हो गया है। जीर्णाेद्वार में सबसे पहले पुराने एस्ट्रोटर्फ काे उखाड़ा जा रहा है। इसके बाद पवैलियन सहित अन्य काम की शुरुआत होगी। नार्थ सेंट्रल रेलवे (एनसीआर) झांसी ने इस काम की जिम्मेदारी जालंधर की शिवनरेश कंपनी को करीब छह करोड़ में दी है। कंपनी ने एनसीआर को नए साल में स्टेडियम को चकाचक करने का भरोसा दिया है। जीर्णाेद्वार का काम रेलवे के एडिशनल डिवीजन इंजीनियर अंकुर गुप्ता की देखरेख में शुरू हुआ है। यहां बता दें कि तानसेन रोड पर स्थित इस स्टेडियम को रेलवे 35 साल में तीसरी बार चकाचक कर रहा है। 6 फरवरी 1987 को इस स्टेडियम का उद्घाटन तत्कालीन रेल राज्यमंत्री माधवराव सिंधिया ने किया। इसके बाद रेलवे ने वर्ष 2006 में चट से एस्ट्रोटर्फ युक्त मैदान की सौगात खिलाड़ियों की दी थी। तब 4 फरवरी 2006 को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नवीनीकृत एस्ट्रोटर्फ का उद्घाटन किया था।
ये काम होंगे
-एस्ट्रोटर्फ का नए सिरे से पूरा बदला जाएगा।
-ड्रेनेज सिस्टम को बदला जाएगा।
-नए स्प्रिंकलर सिस्टम लगेंगे।
-पवैलियन का जीर्णाेद्वारा होगा।
-बिजली की नई वायरिंग डाली जाएगी।
-मैदान की जालियों को बदला जाएगा।
हॉकी अकादमी के मैदान पर भी जल्द बिछेगी नई एस्ट्रोटर्फः जिला खेल परिसर कंपू स्थित राज्य महिला हॉकी अकादमी के मैदान की खराब हो चुकी एस्ट्रोटर्फ जल्छ बिछेगी। फिलहाल मैदान पर बिछे पुराने टर्फ को हटा दिया गया है। बताया जा जा रहा है कि कोरोना महामारी के चलते एस्ट्रोटर्फ नीदरलैंड से नहीं आ पा रहा है। उम्मीद है कि नए एस्ट्रोटर्फ इस साल के अंत तक डल जाएगा। हालांकि अकादमी की खिलाड़ियों को अभ्यास करने के लिए पहले से एक अन्य एस्ट्रोटर्फ है।