Gwalior Tourism News: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुरुवार को पर्यटन क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के लिए स्वदेश दर्शन और प्रशाद योजना के अंतर्गत 1400 करोड़ रुपये से अधिक राशि की 52 पर्यटन क्षेत्र की परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की गईं, इनमें मध्यप्रदेश के ग्वालियर और चित्रकूट क्षेत्र की पर्यटन विकास योजना भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण इन स्थलों पर विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे और सुविधाओं का निर्माण करके देश के प्रमुख तीर्थ और पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों व तीर्थयात्रियों के समग्र अनुभव की गुणवत्ता में सुधार करना है। प्रमुख कार्यक्रम का आयोजन जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में प्रधानमंत्री की उपस्थिति में हुआ। वहीं ग्वालियर में स्वदेश दर्शन 2.0 योजना की आभासी लान्चिंग कार्यक्रम स्मार्ट सिटी कार्यालय में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा संपूर्ण देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत मध्य प्रदेश से ग्वालियर व चित्रकूट को शामिल किया गया है। इस योजना के तहत ग्वालियर में पर्यटन सर्किट विकसित किया जाएगा। इस योजना के प्रथम चरण में ग्वालियर के फूलबाग हेरिटेज एक्सपीरियंस जोन को चुना गया है। स्मार्ट सिटी परिसर में आयोजित हुए कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में प्रदेश की पूर्व मंत्री माया सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, क्षेत्रीय पार्षद अपर्णा पाटिल उपस्थित थे। वही कार्यक्रम में स्मार्ट सिटी सीइओ नीतू माथुर व मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के अधिकारियों सहित आइआइटीटीटीएम, आइएचएम के विद्यार्थी उपस्थित थे। इस दौरान ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ग्वालियर ऐतिहासिक नगरी है। पुरातत्व महत्व के अनेक स्थल ग्वालियर में स्थापित हैं, इसके साथ ही कला और संस्कृति व संगीत के क्षेत्र में भी ग्वालियर की अपनी अलग पहचान है। स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के माध्यम से ग्वालियर में जो कार्य किए जाएंगे, उससे देश-विदेश के पर्यटक ग्वालियर आएंगे और शहर के गौरवशाली इतिहास को देख सकेंगे।
स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के प्रथम चरण में फूलबाग-मोतीमहल क्षेत्र को फूलबाग हेरिटेज एक्सपीरियंस जोन के रुप मे विकसित किया जाएगा। फूलबाग क्षेत्र को पर्यटन के नवीन अनुभव क्षेत्र के रूप में लगभग 17 करोड़ की राशि से विकसित किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत इस क्षेत्र में स्थित मोतीमहल, बैजाताल, नगर निगम संग्रहालय, गोपाल मंदिर व रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल को पर्यटन सर्किट के रुप में विकसित कर पर्यटकों को लगभग 1.8 कि.मी के क्षेत्र को ई-विंटेज कार के माध्यम से भ्रमण कराया जाएगा। वहीं मोतीमहल में संगीत संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। बैजाताल के पास फूडजोन, मूर्तिकला केंद्र, इटालियन गार्डन क्षेत्र का सुंदरीकरण एवं प्रोजेक्शन मैपिंग के कार्य भी किए जाएंगे।