Holi Special Train: ग्वालियर (नप्र)। होली का त्योहार हर कोई अपने घर परिवार के साथ मनाना चाहता है। इसको लेकर जो लोग दूरदराज के शहरों में रहते है वह लौट रहे हैं या फिर लोग अपने घर को जाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन त्योहार पर ट्रेन से सफर करने से पहले आरक्षण करा लें, क्योंकि इस वक्त ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है। इस कारण लोगों को कन्फर्म बर्थ मिलना मुश्किल है। यह स्थिति अगले तीन दिन रहने वाली है, क्योंकि 25 मार्च को होली है और बुधवार को भाई दूज है। इसे लेकर ट्रेनों में यात्रियों का भार बढ़ चुका है। ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण प्रतिदिन सैकड़ों लोग मायूस होकर आरक्षण काउंटर से वापस लौट रहे हैं। ट्रेनों में भीड़ बढ़ने का कारण: होली सोमवार को है। 23 और 24 मार्च वीकेंड यानी शनिवार और रविवार हैं। ऐसे में लोगों को होली के दिन को मिलाकर तीन छुट्टियां एक साथ मिल रही हैं। इसलिए लोग एक या दो दिन पहले ही घर के लिए निकलने की योजना तैयार कर रहे चुके हैं। यह बड़ी वजह है कि ट्रेनों की सीटें फुल हो चुकी हैं। खासकर मुंबई और दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों फुल चल रही हैं। यही नहीं पैसेंजर और कम दूरी वाली ट्रेनों में भी सीट नहीं मिल रही हैं।
ट्रेनों में कन्फर्म टिकट न मिलने पर यात्री अब सामान्य टिकट सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर मथुरा की ओर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ चल रही है। मथुरा तक ट्रेन से सिर्फ ढाई घंटे का सफर होने के कारण लोग बड़ी संख्या में वहां जा रहे हैं। अभी तक स्टेशन पर सिर्फ तीन जनरल टिकट खिड़कियां खोलकर टिकटों की बिक्री की जा रही थी, लेकिन यात्रियों की भीड़ को देखते हुए एक अतिरिक्त खिड़की खोली गई। अब व्यवस्था बनाने के लिए प्लेटफार्म क्रमांक एक व चार की तरफ अतिरिक्त काउंटर खोले जाएंगे, ताकि यात्रियों को जल्द टिकट मिल सके। शुक्रवार को स्टेशन पर यात्रियों की खासी भीड़ नजर आई। ग्वालियर बरौनी मेल, खजुराहो उदयपुर इंटरसिटी समेत अप व डाउन ट्रैक पर चलने वाली सभी ट्रेनों में भीड़भाड़ का आलम रहा।
इन ट्रेनों में रही भीड़ शनिवार को नई दिल्ली की ओर से आने वाली ताज एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, केरला एक्सप्रेस, मंगला एक्सप्रेस, पंजाब मेल, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस आदि ट्रेनों में यात्रियों की खासी भीड़ उमड़ी। शाम को बुंदेलखंड व इंदौर इंटरसिटी के स्लीपर कोच में काफी संख्या में यात्री घुस गए। यही हाल बुंदेलखंड एक्सप्रेस का भी रहा, इसके भी स्लीपर कोच में काफी संख्या में सामान्य टिकट वाले यात्री घुस गए।