नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। गर्गाचार्य शास्त्री की 4 मार्च 2025 को डबरा ग्वालियर हाईवे पर वाहन से कुचलकर हत्या करने के दो आरोपी जो फरार चल रहे थे, उन्हें पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में लिप्त दो अन्य आरोपितों को पुलिस पहले ही पकड़ चुकी है। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने हत्या करना कबूल कर लिया है।
फरियादी लोकमन शर्मा ने बिलौआ थाने में रिपोर्ट लिखवाई थी कि 4 मार्च की शाम मेरे छोटे भाई गर्गाचार्य शास्त्री अपनी स्कूटी से अपने गांव लदवाया से ग्वालियर जा रहे था और पीछे-पीछे मैं भी अपनी मोटरसाईकिल से जा रहा था। जैसे ही मेरे छोटे भाई की स्कूटी राजपूत होटल के डबरा ग्वालियर हाईवे पर पहुंची तभी पीछे तरफ से डबरा की ओर से एक अज्ञात वाहन ने मेरे छोटे भाई गर्गाचार्य शास्त्री की स्कूटी में पीछे से टक्कर मार दी, जिससे वह स्कूटी सहित रोड पर गिर गया और उसकी सिर में चोट लगने से मौत हो गई।
लोकमन ने बताया कि कमलकिशोर की लड़की व मृतक गर्गाचार्य के साले कुलदीप शर्मा ने प्रेम विवाह कर लिया था जिसकी गुमशुदगी थाना डबरा सिटी में दर्ज हुई थी। जिसके कारण लड़की के परिजन कमल किशोर रावत उनके लड़के तथा अन्य रिश्तेदार ने मेरे भाई को मारने की साजिश रची। इस मामले की गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने थाना बिलौआ पुलिस को इस मामले में तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। उसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी नीतेश उर्फ निक्की रावत को बझेरा रोड आंतरी के पास से पूर्व में ही गिरफ्तार कर लिया था।
शनिवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि इस मामले में फरार दो अन्य आरोपी कमल रावत व सत्येन्द्र रावत को मुढ़खेड़ा टोल के पास देखा गया है। सूचना पर पुलिस की एक टीम तत्काल मुढ़खेड़ा टोल के पास पहुंची। वहां पर पुलिस को दो लोग खड़े दिखे और पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस पूछताछ के दौरान पकड़े गए दोनों आरोपियों ने बताया कि कुलदीप दुबे ने उनकी लड़की को भगा कर शादी कर ली थी और कुलदीप के जीजा गर्गाचार्य शर्मा ने भागने व शादी में सहयोग किया था। इसलिए हम लोगों ने गर्गाचार्य शर्मा की हत्या का प्लान बनाया। इसके लिए हमने कबाडे़ वाले से पुराना बोलेरो वाहन एक महिला के नाम पर खरीदा और उसी वाहन से रैकी कर गर्गाचार्य की स्कूटी में टक्कर मारकर हत्या की थी। हम इस हत्या को एक्सीडेंट का रूप देना चाहते थे। घटना के बाद हमने करहिया नहर में वाहन डाल दिया था और घटना से पहले ही बोलेरो की पीछे वाली नंबर प्लेट को निकालकर फेंक दिया था।
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