नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। रूपयों को दोगुना करने का लालच देकर जमीन कारोबारी से 80 लाख रूपये की ठगी का बड़ा मामला सामने आया है। जमीन कारोबारी मनीष शर्मा के संपर्क में एजुकेशन कंसल्टेंसी के लोग आए जिसमें शामिल एक व्यक्ति ने रूपयों को दोगुना करने का लालच दिया। इस तरह प्रयोग के तौर पर चार लाख दोगुने करके भी दे दिए तो भरोसा हो गया। इसके बाद तीन से चार लोगों के संपर्क में आकर जमीन कारोबारी ने जुलाई माह में अलग-अलग दिनों में कुल 80 लाख रूपये की रकम दे दी।
डबरा, ग्वालियर और आगरा के फाइव स्टार होटलों में डील हुई और आगरा के ताज होटल से ठग आपस में झगड़ा का बहाना बनाकर गायब हो गए। बताया जा रहा है कि ठगों ने नकली नोटों की डाई बनाकर रकम दोगुना करने की स्कीम बताई थी लेकिन पुलिस जमीन में पैसा लगाकर दोगुना करने का झांसा बता रही है। पिछले कई दिनाें से यह मामला पुलिस के पास था लेकिन शनिवार को इस मामले में एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस ने आरोपितों की पहचान कर ली है जो कि इंटरस्टेट ठगों की गैंग है। यह पहले भी वारदात कर जेल जा चुके हैं।
इस मामले में फरियादी रामगढ़ डबरा निवासी मनीष शर्मा ने एफआइआर लिखवाई है। इसमें बताया कि उसकी पहचान गोलू शर्मा संचालक स्टूडेंट डायरी एज्युकेशन कंसल्टेंसी से थी जिसके यहां काम करने वाले क्लाइंट प्रदीप कुमार से एक मेलिना कॉलेज में एडमिशन को लेकर बात हुई थी। प्रदीप ने झांसा दिया कि दिल्ली में एक हिमांशु गुप्ता नाम का उसका दोस्त है जिसपर पैसा दाेगुना करने की स्कीम है। उसके बाद प्रदीप ने उन व्यक्तियों से कराई जिन्होंने अपने नाम हिमांशु गुप्ता और विशाल श्रीवास्तव एवं एक व्यक्ति ने अपना नाम तिवारी जी तथा एक अन्य ने दीपक सिंह बताया। 21 जुलाई को डबरा में मनीष के करीबी मोनू शर्मा के यहां सभी मिले और हिमांशु पांच लाख रूपये ले गया। अगली मीटिंग मैरियट होटल आगरा में हुई जहां तिवारी जी और हिमांशु आये। यहां मनीष व राजेंद्र शर्मा पहुंचे तो यहां यह लोग बोले की जल्दी ताज होटल आगरा चलो यहां दिक्कत है। पैसों को दो बैगों में शिफ्ट करो। ताज होटल के 355 नंबर कमरे में यह पूरी बात हुई जहां यह सभी झगड़ने का नाटक करने लगे। दूसरे कमरे में मनीष व राजेंद्र को बैठा दिया और थोड़ी देर बाद देखा तो सभी नोटों भरे बैग सहित गायब हो चुके थे। मनीष के मुताबिक बैगों में 50 लाख रूपये थे। इस मामले में हिमांशु गुप्ता, अभिषेक, तिवारी जी व एक अन्य पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
चर्चा यह भी है कि पुलिस ने रियल स्टेट कारोबार के नाम पर रकम दोगुने का झांसा देना बताया है लेकिन मामला नकली नोट गैंग से जुड़ा है। ठगों ने यह झांसा दिया था कि उनके पास नोटों की डाई है जिससे वह जो पैसा फरियादी देगा उसी सीरियल नंबर के नोट छापकर देंगे। वहीं, इसमें मनीष शर्मा काे फरियादी बनाया गया है जबकि पैसा कई पार्टनराें का भी था। पुलिस के पास फुटेज भी आरोपितों के आ चुके हैं।
पैसा दोगुना करने के नाम पर इंटरस्टेट गैंग ने यह वारदात की है, 80 लाख रूपए ठगे गए हैं। यह ईरानी गैंग भी हो सकती है जो इस तरह की वारदात करती है। नकली नोटों के एंगल पर पड़ताल करा रहे हैं।
- श्रीकृष्ण लालचंदानी, एएएसपी
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