नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फिजी के राष्ट्रपति नैकामा लालाबलावू 25 अगस्त को ग्वालियर आ सकते हैं। इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच रणनीतिक और व्यापारिक संबंधों पर चर्चा संभावित है। इसी संबंध में मंगलवार को विदेश मंत्रालय का दल ग्वालियर पहुंचा और यहां होटल ताज ऊषा किरण पैलेस में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ चर्चा की। दल के द्वारा शहर के कुछ स्थलों पर भी विजिट किया गया।
बैठक में पीएम और फिजी राष्ट्रपति के प्रस्तावित आगमन के संबंध में तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। यह दल दिल्ली जाकर अपनी रिपोर्ट देगा, उसके बाद ही आगामी चीजें तय होंगी। संभावित है कि पीएम और फिजी राष्ट्रपति के बीच बैठक और चर्चा के लिए होटल ताज ऊषा किरण पैलेस का चयन किया जा सकता है।
वहीं पर्यटन बोर्ड की अतिरिक्त प्रबंध निदेशक विदिशा मुखर्जी भी ग्वालियर पहुंची और इसी वीआइपी विजिट को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। ग्वालियर प्रशासन के अनुसार विदेश मंत्रालय की टीम के साथ बैठक हुई है। फिलहाल अधिकारिक तौर पर वरिष्ठ स्तर को कोई प्लान नहीं आया है।
बता दें कि प्रधानमंत्री का मप्र दौरा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी अहम है, क्योंकि फिजी के राष्ट्रपति भी साथ में लगभग दो घंटे रहेंगे। संभावित कार्यक्रम के मुताबिक फिजी के राष्ट्रपति नैकामा लालाबलावू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह करीब 11 बजे ग्वालियर पहुंचेंगे। इसके बाद दोनों नेता ग्वालियर का किला और तानसेन के मकबरे पर जा सकते हैं। फिजी में 37 प्रतिशत भारतीय मूल की आबादी है। फिजी में हिंदी और भोजपुरी जैसी भाषाएं, भारतीय त्योहार, भोजन और संस्कृति प्रचलित हैं।
फिजी दक्षिण प्रशांत क्षेत्र का प्रमुख द्वीप देश है, जो हिंद-प्रशांत रणनीति में अहम भूमिका निभा सकता है। भारत और फिजी दोनों क्वाड सहयोगियों के साथ अच्छे संबंध रखते हैं, जिससे समुद्री सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन पर काम हो सकता है। कृषि, आईटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, नवीकरणीय ऊर्जा में भारत के पास सहयोग की क्षमता है। फिजी को पर्यटन और फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में भारत के निवेश से फायदा हो सकता है। वहीं ग्वालियर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धार जा सकते हैं। धार जिले के बदनावर क्षेत्र में बनने वाले देश के पहले पीएम मित्रा पार्क का भूमिपूजन प्रस्तावित है।
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं, अभी अधिकारिक कार्यक्रम भले ही नहीं आया है लेकिन संभावित यात्रा के चलते भोपाल स्तर से अधिकारी संपर्क में हैं। जल्द ही अधिकारिक कार्यक्रम भी आ सकता है।