
ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल ने ट्रेनों में खानपान की जांच के लिए अभियान शुरू कर दिया है। वाणिज्य निरीक्षकों ने सोमवार को गतिमान एक्सप्रेस में खाने की जांच की, जिसमें खाने की गुणवत्ता ठीक मिली। अवैध वैंडर भी गायब हो गए हैं। प्लेटफार्म पर साफ-सफाई की जांच भी की गई।़निईदिल्ली से झांसी के बीच चलने वाली गतिमान में ग्वालियर से खाना लोड किया जाता है। रेलवे के एप पर खराब खाने को लेकर बड़ी संख्या में यात्रियों की शिकायत मिल रही थीं। ट्रेनों में गर्मियों के दौरान खराब खाना परोसने को लेकर यात्री खाने की सेवा देने वाले कैटर्स की शिकायतें कर रहे थे। इसे ध्यान में रखते हुए उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य कामर्शियल मैनेजर ने कैटरिंग सेवा की जांच के आदेश दिए हैं। झांसी मंडल के मुख्य स्टेशनों पर शताब्दी, राजधानी, गतिमान एक्सप्रेस सहित लंबी दूरी की ट्रेनों में खाने की जांच की जा रही है।
इन बिंदुओं की जांच के लिए चलाया जा रहा अभियान
- किचन में खाने के सैंपलों की जांच हो रही है या नहीं।
- किचन में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं या नहीं, यह बंद तो नहीं हैं।
- खानपान का सामान कहां से लिया जा रहा है और उसकी गुणवत्ता कैसी है।
- खाद्य सामग्री के बदले में बिल दिया जा रहा है या नहीं।
तिरुक्कुरल एक्सप्रेस का ग्वालियर में ठहराव की मांग
हजरत निजामुद्दन से कन्याकुमारी के बीच चलने वाली ट्रेन तिरुक्कुरल एक्सप्रेस (संख्या 12642/12641) के ग्वालियर में ठहराव की चैंबर आफ कामर्स ने मांग की है। चैंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष विजय गोयल, संयुक्त अध्यक्ष प्रशांत गंगवाल, उपाध्यक्ष पारस जैन, मानसेवी सचिव डा. प्रवीण अग्रवाल का कहना है तिरुक्कुरल एक्सप्रेस का ठहराव न होने से स्थानीय यात्रियों को सुविधा नहीं मिल पा रही है।़किेंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं सांसद विवेक नारायण शेजवलकर को पत्र लिखकर यह ट्रेन के ठहराव की मांग की है। ग्वालियर के यात्रियों के लिए पांडुचेरी एवं विल्लुपुरम जंक्शन को जाने वाली कोई भी सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं है। ग्वालियर के यात्रियों को आगरा अथवा झांसी स्टेशन से ट्रेन पकड़नी पड़ती है, जबकि शहर से दक्षिण भारत के लिए काफी संख्या में यात्रियों का आवागमन होता है। ग्वालियर से कन्याकुमारी के लिए जाने वाले यात्रियों को भी तिरुक्कुरल एक्सप्रेस के ठहराव का लाभ होगा।