
अनिल तोमर, नईदुनिया ग्वालियर। विशेष मतदाता पुनरीक्षण (एसआईआर) के कार्य में लगे शिक्षकों को फिलहाल ई-अटेंडेंस से राहत दी गई है, लेकिन ग्वालियर जिले में ऐसे शिक्षकों का वेतन भी रोक लिया गया, जो बीएलओ की जिम्मेदारी निभा रहे हैं और एसआईआर में उत्कृष्ट कार्य किया है।
कलेक्टर ने इन्हें पुरस्कृत भी किया है। कुछ बीएलओ ऐसे भी हैं जिनका वेतन कटकर आया है। इन शिक्षकों ने संबंधित प्लेटफार्म पर शिकायत दर्ज करा दी है। इसके अलावा वे शिक्षक भी परेशान हैं, जिन्होंने पूरे महीने ई-अटेंडेंस लगाई और किसी दिन तकनीकी वजह से अटेंडेंस नहीं लग पाई तो चार से पांच दिन का वेतन कट गया है।
इससे आदेश का पालन करने वाले शिक्षकों में आक्रोश पनप रहा है। बता दें कि 28 नवंबर को जिला शिक्षा अधिकारी ने नवंबर माह का वेतन ई-अटेंडेंस के आधार पर भुगतान करने के आदेश दिए थे। इस आदेश में एसआईआर का काम कर रहे शिक्षकों को मुक्त रखा गया था।
प्राथमिक स्कूल महेश्वरा के शिक्षक भुवनेश भास्कर, पनिहार ब्लाक के शिक्षक नीरज सोलंकी, वीरपुर स्कूल के राजेश पाल, पुरानी छावनी स्कूल के कुंदन मौर्य आदि कई शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने नियमित ई-अटेंडेंस लगाई है। बीच में किसी दिन सर्वर या अन्य तकनीकी वजह से वे हाजिरी नहीं लगा पाए तो उसी दिन संबंधित अफसरों को फोन व मैसेज करके बता दिया। बावजूद इन सभी का चार से पांच दिन का वेतन काट दिया गया।
एक बीएलओ का वेतन न पहुंचने और एक का कटकर पहुंचने का मामला सामने आया है। बिल बनवाकर कोषालय में भिजवाए जा रहे हैं, ताकि उन्हें वेतन मिल सके। वहीं जो शिक्षक नियमित तौर से ई-अटेंडेंस लगा रहे थे और उनका वेतन कटा है। वे अपने आवेदन कार्यालय में आकर दें, उनकी समस्या को भी हल करवाएंगे।
हरिओम चतुर्वेदी, जिला शिक्षा अधिकारी