वाह सरकार गजब काम किया… लड़कियों को बांट दी एक साल पुरानी School Uniform, छोटी पड़ने के कारण नहीं पहन रहीं
School Uniform: खबर मध्य प्रदेश में ग्वालियर के कंपू स्थित सांदीपनि पद्माराजे शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की है। यहां पिछले सत्र की यूनिफॉर्म इस वर्ष बांटी गई है, जिससे छात्राओं को परेशानी हो रही है।
Publish Date: Thu, 24 Jul 2025 07:58:51 AM (IST)
Updated Date: Thu, 24 Jul 2025 07:58:51 AM (IST)
कंपू स्थित कन्या पद्मा विद्यालय में बिना ड्रेस के पढ़ने आते बच्चे l फोटो - नईदुनियाHighLights
- सरकारी स्कूल में बिना यूनिफॉर्म के पढ़ने जा रहीं छात्राएं
- कंपू स्थित सांदीपनि पद्माराजे कन्या विद्यालय का मामला
- स्कूल ने पिछले साल पालकों से मांगा था ड्रेस साइज नंबर
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर, Gwalir news: कंपू स्थित सांदीपनि पद्माराजे शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कक्षा नौवीं से 12वीं तक की छात्राओं को पिछले सत्र की स्कूल ड्रेस (School Uniform) बांट दी गई है। जो अप्रैल में देनी थी, वो अब बांटी जा रही है और जो इस सत्र में आनी थी, उनकी अभी तक शासन से डिमांड ही नहीं आई है।
पिछले सत्र की ड्रेस जिन छात्राओं ने 765 रुपये देकर खरीदी थी, उन्हें अब यह पहनने में छोटी पड़ रही है। ऐसे में इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए छात्राओं ने बिना यूनिफॉर्म के स्कूल आना शुरू कर दिया है।
पिछले साल मांगा था यूनिफॉर्म नंबर
- यही हाल कक्षा एक से लेकर कक्षा पांचवीं तक की छात्राओं का भी है। इन कक्षाओं की छात्राओं को पिछले सत्र की ड्रेस इस सत्र में दी गई है। इस संबंध में स्कूल प्रबंधन का कहना है कि हमनें छोटी कक्षा के बच्चों को यूनिफॉर्म नहीं बांटी है। यह सिर्फ कक्षा नौवीं से 12वीं तक की छात्राओं को दी गई है।
- बता दें कि कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक की छात्राओं से पिछले वर्ष स्कूल द्वारा यूनिफॉर्म नंबर मांगा गया था। छात्राओं से ड्रेस का नंबर लेने के बाद डिमांड पोर्टल पर अपलोड कर दी गई।
- अब जो ड्रेस पिछले साल स्कूली सत्र शुरू होने पर देनी थी वो बनकर ही अप्रैल में आई, इस कारण उन यूनिफॉर्म को स्कूल प्रबंधन नहीं बांट सका। अब जुलाई में छात्राओं को पिछले सत्र के नंबर के हिसाब से यूनिफॉर्म दी जा रही है, जो कि पहनने में उनको छोटी आ रही है।
इस साल बढ़ गया ड्रेस का नंबर
जब यह समस्या नईदुनिया को पता चली तो हमने स्कूल जाकर अभिभावकों से बातचीत की। नाम न बताने की शर्त पर कुछ अभिभावकों ने बताया कि एक तो स्कूल प्रबंधन में पिछले साल बेटी की ड्रेस का नंबर मांगा था तो हमने दे दिया। अब एक साल बाद हमारी बेटी का शारीरिक विकास होने से नंबर बढ़ गया है, लेकिन ड्रेस हमें पुराने नंबर वाली ही मिली है।
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स्कूल के प्रिंसिपल का बयान
इस बारे में सांदीपनि पद्माराजे शासकीय कन्या उमा विद्यालय, कंपू के प्रिंसिपल रविंद्र शर्मा का कहना है कि हां, यह बात सही है कि पिछले सत्र में बंटने वाली यूनिफॉर्म इस सत्र में बांटी जा रही है। यूनिफॉर्म का टेंडर स्टेट लेवल पर होता है। पहले स्कूलों में डिमांड आती है, उसके बाद टीचर द्वारा हर कक्षा में बच्चों से यूनिफॉर्म का नंबर पूछा जाता है, फिर उसे पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।
इस बार हमारा प्रयास रहेगा कि जिस नंबर की डिमांड हमारे पास आएगी, उससे दो नंबर अधिक हम पोर्टल पर दर्ज करवाएंगे, जिससे छात्राओं को जो परेशानी हो रही है वह नहीं होगी।