
Scindhia in Gwalior: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। तीन साल पहले तक विपरीत ध्रुव रहे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा से उनके निवास पर मुलाकात की। दोनों के बीच एकांत में 45 मिनट चर्चा हुई है। सिंधिया ने झा परिवार के साथ भोजन भी किया है। दरअसल, प्रभात झा लंबे समय से बेटे तुष्मुल झा को राजनीति में उतारने का प्रयास कर रहे हैं। हाल में भाजपा ने प्रदेशस्तरीय संकल्प पत्र समिति में प्रभात झा को सह प्रभारी का दायित्व दिया है। ऐसे में दोनों नेताओं की इस मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रभात झा संगठन में प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया की तरह प्रभात झा भी सिंधिया परिवार पर मुख्य हमलावर की भूमिका में रहते थे, लेकिन अब सिंधिया भाजपा में हैं तो वे खामोश हैं। वहीं, दूसरी ओर सिंधिया भी झा के साथ नये संबंध बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में सिंधिया व प्रभात झा एक साथ पहुंचे थे। संगठन के मंचों पर भी दोनों के बीच मेलजोल बढ़ा है।
सिंधिया और प्रभात झा की मुलाकात से अंचल के राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। यह बात अंचल की राजनीति से सीधा जुड़ाव रखने वाले स्वीकार कर रहे हैं। टिकटों के वितरण में दोनों एक-दूसरे का सहयोग कर सकते हैं। प्रभात झा स्वयं अब तक कोई चुनाव नहीं लड़े हैं, लेकिन बेटे तुष्मुल को अपने उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित करने के इच्छुक हैं। इससे पहले झा सिंधिया से दिल्ली में मुलाकात कर चुके हैं। सिंधिया ने कहा कि यह एक सामान्य और शिष्टाचार भेंट थी। इससे अधिक कुछ नहीं।
चुनाव पर चर्चा हुई लंबे समय से इच्छा थी कि प्रभात झा व उनके परिवार से भेंट करूं। पूरे परिवार संग भोजन भी किया। चुनाव में 90 दिन से भी कम बचे है। कैसे इस समय का सदुपयोग करें। संगठन के कार्यक्रमों पर भी बात हुई है।
-ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री
चर्चा राजनीति पर ही हुई है स्वाभिवक है कि दो राजनीतिक लोग बैठते हैं, तो चर्चा राजनीति की होगी। और इस समय चुनाव की बेला भी है। चर्चा का केंद्र भी चुनाव ही रहा होगा। लगभग 45 मिनिट पारिवारिक माहौल में बात हुई है।
-प्रभात झा, पूर्व राज्यसभा सदस्य