
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर में पदस्थ एक न्यायिक सेवा के अफसर के परिवार की महिला से उत्तर प्रदेश जीआरपी के जवानों के अभद्रतापूर्ण व्यवहार करने का मामला सामने आया है। सूत्रों की मानें तो इसके बाद रेलवे व यूपी जीआरपी में हड़कंप मच गया। बाद में आरोपित जीआरपी के जवानों सहित अफसरों की क्लास भी लगी। माफी मांगे जाने के बाद मामला शांत कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि महिला जबलपुर-निजामुद्दीन गोंडवाना एक्सप्रेस के सेकंड एसी कोच से सफर कर रही थीं। गुरुवार रात सवा 12 बजे ट्रेन जब ग्वालियर आने वाली थी, तो वे अपना सामान लेकर कोच के गेट के पास आकर खड़ी हो गईं। यहां झांसी जीआरपी के दो आरक्षक आगरा तक ट्रेन को एस्कार्ट कर रहे थे। कोच गेट के आसपास सामान रखा हुआ था और दोनों जवान भी खड़े थे।
महिला ने आरक्षकों से गेट खोलने के लिए कहा, तो आरक्षकों ने उन्हें दूसरे गेट से उतरने के लिए बोल दिया। जब वे सामान सहित दूसरे गेट पर पहुंचीं, तो वहां भी गेट के आसपास सामान रखा हुआ था। ऐसे में वे पहले गेट पर आ गईं और दोबारा गेट खोलने के लिए आरक्षकों से कहा। इस पर आरक्षकों ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए सामान हटाने से मना कर दिया।
एक अन्य यात्री के मुताबिक, आरक्षकों ने कहा कि उनका काम गेट पर रखे सामान को हटाना नहीं है। साथ ही कहा कि उन्हें जैसे भी उतरना है वैसे उतरें। ट्रेन के ग्वालियर स्टेशन पर पहुंचने पर महिला अन्य यात्रियों की मदद से प्लेटफार्म क्रमांक दो पर उतरीं।