
Vande Bharat Express: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। निजामुद्दीन (दिल्ली) से रानी कमलापति स्टेशन भोपाल जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस में अफरा तफरी की स्थित बन रही है। बुधवार को आगरा में ट्रेन के गेट बंद होने से 7 यात्री अंदर ही रहे गए और ट्रेन चल पड़ी।
यात्रियों ने अलार्म भी बजाए और रेलवे को ट्वीट भी किए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं और ट्रेन ग्वालियर आ गई। एक महिला यात्री का चार साल का बच्चा अागरा में प्लेटफार्म पर उतर गया, जबिक महिला ट्रेन में रह गई। ग्वालियर आने के बाद ये यात्री सड़क मार्ग से आगरा पहुंचे। हालांकि महिला को आगरा में उसके स्वजन लेने आए थे। इस बच्चा उनके पास रह गया।
वंदे भारत एक्सप्रेस के गेट स्वत: खुलते हैं और बंद होते हैं। आगरा, ग्वालियर, झांसी में दो मिनट का स्टापेज है। दो मिनट में ही यात्रियों को उतरना है और चढ़ना है। ट्रेन का डिपार्चर टाइम हो जाता है तो स्वत: ही गेट बंद हो जाते हैं। अंदर व बाहर का यात्री कुछ नहीं कर सकता है।
सामान या यात्री सवार व उतरने में रह गए हैं तो कुछ नहीं कर सकते हैं। ट्रेन रोकने के लिए अलार्म बटन दबाना होता है। इसमें चैन खींचने की व्यवस्था नहीं है। इस कारण यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने व उतरने में परेशानी हो रही है। कोच नंबर 6 के यात्री नहीं उतर पाए थे, जो ग्वालियर आ गए। ये यात्री निमाजमुद्दीन से आगरा आए थे, लेकिन ग्वालियर पहुंच गए।
अलर्ट रहें, ट्रेन में सामान रखने सवार न हो
शताब्दी एक्सप्रेस के डिब्बों में यात्रियों का सामान चढ़ाने के लिए स्वजन चढ़ जाते है। सामान रखवाकर आसानी से उतर जाते हैं। क्योंकि यह ट्रेन पांच मिनट तक रुकती है और गेट भी स्वत: बंद नहीं होते हैं। इससे चैन खींचकर रोक सकते हैैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस के स्टापेज का समय भी कम है। यदि सामान चढ़ाने के लिए ट्रेन के अंदर जाते हैं और ट्रेन का डिपार्चर टाइम हो जाता है तो गेट स्वत: बंद हो जाएगा। ट्रेन से उतर नहीं सकते हैं। इसलिए ट्रेन यात्री का सामान रखने के लिए न जाएं, क्योंकि गेट बंद हो गए तो उतर मुश्किल हो जाएगा। अगले स्टेशन तक जाना पड़ेगा।