Vande Bharat Train in MP: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। देशभर में वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी गति, लुक और लक्जरी के लिए चर्चा में है। लोग इस ट्रेन में सफर करना पसंद कर रहे हैं। रेलवे भी लगातार नई वंदे भारत ट्रेनें पटरियों पर उतार रही है। इसी बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में पत्थरबाजी को लेकर भी वंदे भारत चर्चा में आई है।
रानी कमलापति स्टेशन से हजरत निजामुद्दीन के बीच चल रही वंदे भारत एक्सप्रेस भी पथराव का शिकार हो रही है। सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा ये शर्म की बात है वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी के पीछे राजनीतिक विद्वेष है।
रेल मंत्री ने यह बात ग्वालियर रेलवे स्टेशन पुनर्विकास कार्य के निरीक्षण में कही। खजुराहो से दिल्ली के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की घोषणा के सवाल पर उन्होंने कहा दूरी अधिक होने से हम इस रूट पर स्लीपर कोच वाली वंदे भारत ट्रेन चलाने की प्लानिंग कर रहे हैं। 600 किमी से अधिक का सफर है।
बैठे-बैठे ये सफर करना आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा शुरुआत में 10 स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें तैयार कराई जा रही हैं, जो फरवरी या मार्च 2024 में ट्रैक पर आ जाएंगी। इन्हीं में से एक ट्रेन इस रूट पर चलाने की प्लानिंग है। इन ट्रेनों को साल-डेढ़ साल चलाकर टेस्टिंग की जाएगी। फिर यात्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर इसमें परिवर्तन किए जाएंगे।
वरिष्ठ नागरिकों को किराए में रियायत देने के सवाल पर रेल मंत्री ने कहा रेलवे पहले से ही किराए में 55 प्रतिशत की छूट दे रही है। इसका गणित बताते हुए उन्होंने कहा ट्रेन संचालन की लागत का कुल 45 प्रतिशत ही टिकट किराए के रूप में लिया जाता है। बाकी का 55 प्रतिशत रेलवे खुद ही वहन करता है। हम पहले से ही यात्रियों से कम किराया ले रहे हैं। भविष्य में वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त रियायत देने पर निर्णय लिया जाएगा।