गोवा एक्सप्रेस में महिला को आया हार्ट अटैक... 50 मिनट एंबुलेंस का किया इंतजार, इलाज के दौरान मौत
महिला यात्री विजय भारती और उनके पति राजबीर सिंह गोवा एक्सप्रेस के ए-1 कोच में आगरा से पुणे तक की यात्रा कर रहे थे।ट्रेन के मुरैना से रवाना होने पर महिला यात्री को सीने में दर्द हुआ था। इसके बाद ग्वालियर स्टेशन को इसकी सूचना दी गई थी। कई बार प्रयास के बाद भी एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची और महिला की जान चली गई।
Publish Date: Thu, 22 Aug 2024 06:38:39 AM (IST)
Updated Date: Thu, 22 Aug 2024 08:00:00 PM (IST)
50 मिनट तक कई बार काॅल करने पर भी एंबुलेंस स्टेशन पर नहीं पहुंची। - सांकेतिक चित्र।HighLights
- गोवा एक्सप्रेस के एसी कोच में महिला को आया था अटैक।
- अटैक के बाद महिला को ग्वालियर स्टेशन पर उतारा था।
- निजी अस्पताल में महिला को मृत घोषित कर दिया गया।
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। गोवा एक्सप्रेस के एसी कोच में यात्रा कर रही एक महिला यात्री को चलती ट्रेन में हार्ट अटैक आ गया। कंट्रोल से मिली सूचना के आधार पर महिला को डिप्टी एसएस और आरपीएफ के जवानों ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर उतार लिया। 108 एंबुलेंस को मामले की सूचना दी गई।
नहीं पहुंची एंबुलेंस
50 मिनट तक कई बार काॅल करने पर भी एंबुलेंस स्टेशन पर नहीं पहुंची। इसके बाद निजी एंबुलेंस के जरिए महिला को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डाॅक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया। 108 एंबुलेंस सेवा की ऐसी लापरवाही के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
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यह था मामला
महिला यात्री विजय भारती और उनके पति राजबीर सिंह गोवा एक्सप्रेस के ए-1 कोच में आगरा से पुणे तक की यात्रा कर रहे थे। ट्रेन जब मुरैना से रवाना हुई, तो महिला को अचानक ही
सीने में तेज दर्द उठा। हार्ट अटैक के लक्षण देखकर ट्रेन में मौजूद स्टाफ ने ग्वालियर स्टेशन को सूचित किया। ट्रेन रात साढ़े नौ बजे ग्वालियर पहुंची। इससे पहले ही 108 एंबुलेंस को मामले की सूचना दी गई थी, लेकिन एंबुलेंस मौके पर नहीं आई।
एंबुलेंस को कई बार काॅल किए
महिला को ट्रेन से उतारने के बाद भी एंबुलेंस को कई बार काॅल किए, लेकिन हर बार जल्द आने का ही आश्वासन मिला। 50 मिनट तक इंतजार के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं आई, तो एक निजी अस्पताल से संपर्क कर एंबुलेंस मंगाई गई, जिसके जरिए महिला को अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों ने महिला की नब्ज चैक की और गहन परीक्षण करने के बाद मृत घोषित कर दिया।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
- गत 12 दिसंबर 2023 को पीके यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रंजीत सिंह यादव को दक्षिण एक्सप्रेस में हार्ट अटैक आया था। इस दौरान काफी इंतजार के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं आई, तो उनके साथ यात्रा कर रहे छात्र हाईकोर्ट जज की कार छीनकर उन्हें अस्पताल ले गए।
- गत 10 जनवरी को माधौगंज निवासी अमन कपूर को ग्वालियर स्टेशन पर झांसी-बांद्रा एक्सप्रेस में हार्ट अटैक आ गया था। एंबुलेंस के लिए 36 मिनट में छह बार काल किए गए, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। इसके चलते युवक की मौत हो गई।
- गत 19 अगस्त को यात्री शिवलाल जाटव को भी पेट में तेज दर्द उठा। हर बार की तरह स्टेशन पाइंट की एंबुलेंस गायब थी। ऐसे में मुरार से दूसरी एंबुलेंस भेजी गई। इस बीच बीमार यात्री को आटो से अस्पताल ले जाने की तैयारी थी। मुरार से आई एंबुलेंस सर्कुलेटिंग एरिया में जाम में फंस गई, जिसके चलते यात्री को आटो से एंबुलेंस तक लाया गया।