
राजकुमार शर्मा, बनखेडी। सफेद दाढी, सिर पर गमछा और अपने ओजस्वी भाषण के विख्यात किसान नेता दर्शन सिंह चौधरी अब नर्मदापुरम-नरसिंहपुर लोकसभा क्रमांक 17 से भाजपा के सांसद प्रत्याशी घोषित हो गये है। दर्शन सिंह चौधरी आंदोलनकारी नेता के रुप मे जाने जाते है। सरकारी नौकरी छोड राजनीति में उतरने वाले दर्शन सिंह किसानों व शिक्षकों के लिय लडने वाले नेता के रूप में भी जाने जाते रहे हैं। अविवाहित और संगठन के लिए पूर्णकालिक दर्शन सिंह ने अपने जीवन मे उन्होंने सैकड़ों आंदोलन किए है। बनखेडी मे दूधी नदी का प्रोजेक्ट लाने, बिजली के अधिक से अधिक सबस्टेशन के लिए आंदोलन करने का संघर्ष भी उन्होंने किया है।
दर्शन का संक्षिप्त परिचय
बनखेडी के चांदौन ग्राम मे जन्मे 49 वर्षीय दर्शन सिंह चौधरी के पिता स्व नारायण सिंह चौधरी एक साधारण किसान थे। मां स्व भूरी बाई चौधरी ग्रहृणी और धार्मिक रही । बाल्यकाल से दर्शन सिंह चौधरी का शिक्षा और समाज सेवा का शौक रहा। उन्होंने दर्शन शास्त्र से विश्वविद्यालय में सर्वोत्तम स्थान गोल्ड मेडलिस्ट दर्शन सिंह चौधरी ने पांच विषय में दर्शनशास्त्र, अंग्रेजी, इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र से एमए किया। शिक्षाकर्मी वर्ग 2 मे 1998 से बनखेडी के पीपरपानी शासकीय हाई स्कूल पीपरपानी मे सेवा दी। लेकिन बाद मे किसानो और शिक्षकों के अधिकारों की लडाई लडने नौकरी छोड़ दी।
ऐसा रहा राजनैतिक और सामाजिक सफर
वर्तमान में दर्शन सिंह चौधरी मध्यप्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष है। किसान मजदूर कर्मचारी एवं सामाजिक संगठन समन्यक भाजपा, अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा राष्ट्रीय संगठन मंत्री, मध्यप्रदेश राज्य शिक्षक संघ संरक्षक सहित अनेक दायित्व है। दर्शन सिंह चौधरी वर्ष 2006 मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खंड कार्यवाह बने। संघ का मातृ संगठन भारतीय किसान संघ मे चले गये। उसके बाद भारतीय किसान महासंघ मे वो शिवप्रसाद शर्मा कक्का जी के संपर्क में आये । सत्ता के विरुद्ध किसान के अधिकारों के लिए लगातार लडते रहे। संघ का दामन उन्होंने कभी नहीं छोड़ा। शिवप्रसाद शर्मा कक्का जी से मतभेद के बाद उन्होंने भाजपा में शामिल हुये। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष और दूसरे कार्यकाल में प्रदेश अध्यक्ष बने। आंदोलनों में जिसमें 4 बार जेल गए। सामूहिक विवाह सम्मेलन और रसोई प्रथा मृत्यु भोज बंद करने के लिए समाज को जागरूक करे में अहम भूमिका निभाइ।