नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। ललितपुर कॉलोनी (ग्वालियर) निवासी 49 वर्षीय कारोबारी चिराग जैन की शनिवार सुबह उनके ही बचपन के दोस्त विवेक जैन ने बेरहमी से हत्या कर दी। आरोप है कि विवेक ने चाकू का हत्था टूटने तक वार किए। पूरा घटनाक्रम चिराग का आठ वर्षीय बेटा विहान छुपकर देखता रहा।
चिराग ने 2011 में कारोबार शुरू किया था और दो साल बाद विवेक उनके साझेदार बने। करोड़ों का कारोबार खड़ा हुआ, लेकिन दो साल पहले मनमुटाव शुरू हुआ। तीन महीने पूर्व दोनों ने लिखापढ़ी कर साझेदारी खत्म कर दी। इसके बाद विवेक ने साजिश रचकर हत्या का प्लान बनाया। शनिवार सुबह चिराग की पत्नी पूनम के घर से बाहर निकलते ही विवेक फ्लैट में घुस गया और वारदात को अंजाम दे दिया।
खून से लथपथ चिराग को उनके दोस्त दीपक जैन और राकेश शर्मा अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। चिराग के पिता देवेंद्र जैन ग्वालियर में अनाज व्यवसायी हैं। चिराग अरिहंत सेल्स और रक्षा पाइप फिटिंग नाम से कारोबार करते थे।
आरोपी बार बार दफ्तर में जाता था
जानकारी के मुताबिक, विवाद बढ़ने के बाद विवेक बार-बार दफ्तर और फैक्ट्री में घुसने की कोशिश करता था, जिससे परेशान होकर चिराग ने बाउंसर और गार्ड तक रख लिए थे। कुछ समय पहले विवेक ने एक वीडियो जारी कर चिराग पर धोखाधड़ी का आरोप भी लगाया था।
वारदात के समय विहान ने सब कुछ देखा, लेकिन डर के कारण कुछ बोल नहीं पाया। जैसे ही विवेक भागा, उसने पड़ोसियों के दरवाजे खटखटाए और मां को कॉल कर पूरी जानकारी दी। गुप्ता परिवार के मुताबिक, फ्लैट का हॉल खून से सना हुआ था।