इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Child Helpline Indore । कोविड का असर खत्म होने के बाद अब बच्चों ने स्कूल जाना भी शुरू हो गए हैं। हालांकि अब भी सरकारी स्कूलों में अभी बच्चों की उपस्थिति कम है। यही वजह है कि चाइल्डलाइन द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को स्कूलों में पहुंचाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।

बुधवार को संस्था आस (चाइल्डलाइन) के कोऑर्डिनेटर राहुल गोठाने एवम उनकी टीम के सदस्य संतोष सोलंकी द्वारा माचल गांव में बच्चों के शिविर का आयोजन किया गया। इसमे गांव के 60-70 बच्चे शामिल हुए। माचल गांव में इंदौर से जाकर वहां के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा दे रही शिक्षक राशिदा विदिशावाला एवं नफीसा कुशालग्रहवाला ने बताया कि गांव के कई बच्चे स्कूल नहीं आ रहे थे वही सरकारी स्कूलों में तो जा रहे लेकिन उनकी शिक्षा स्तर निम्न था। इस वजह उन्होंने कोविड के बाद इन्होंने गांव में आकर बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने का जिम्मा लिया। बुधवार को शिविर में आए सभी बच्चों का स्कूल में प्रवेश भी करवाया गया।

बच्चों को छात्रवृत्ति का लाभ दिलवाने के लिए जिन बच्चो का बैंक में खाता नही खुला था या जो बच्चे किसी कारण से छात्रवर्ती योजना का लाभ लेने से वंचित रह रहे थे। उनके खाते खुलवाए गए। संस्था आस टीम द्वारा बेटमा के बैंक आफ इंडिया की मैनेजर निर्दमा से चर्चा की गई। बैंक आफ इंडिया बेटमा के मैनेजर मैडम द्वारा कियोस्क सेंटर के माध्यम से बच्चों के खाते भी खुलवाए गए। बैंक एवं संस्था आस को सहयोग से माचल गाँव मे लगे इस कैम्प में बच्चों के साथ उनके स्वजन भी शामिल हुए। संस्था आस द्वारा बच्चो को एजुकेशन संबंधी अन्य मदद भी की जा रही है। टीम द्वारा उक्त क्षेत्र में बच्चो एवं माता-पिता को चाइल्ड लाइन 1098 एवं बच्चों के अधिकारों की जानकारी दी गयी।

Posted By: Sameer Deshpande

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