नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: सोयाबीन की खरीद पर राजनीति शुरू होने और मुख्यमंत्री के ताजा बयान के बाद मंडियों में असंतोष फूटता दिख रहा है। प्रदेश के कारोबारियों ने सोयाबीन की खरीद से किनारा करने का प्रस्ताव दिया है। मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव के बयान के बाद यह स्थिति बनी है।
मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने बैठक में भावांतर योजना पर चर्चा के दौरान कह दिया था कि व्यापारी उलटे-पुलटे दाम लगाए तो उसकी कालर पकड़ों। बुधवार को मप्र अनाज दलहन तिलहन व्यापारी संघ ने बयान जारी कर मुख्यमंत्री के बयान की निंदा की ओर कहा कि इस बयान के बाद नीमच व खंडवा मंडी में किसानों ने व्यापारियों के साथ मारपीट कर दी।
सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल ने कहा कि इस बयान और रवैये से सरकार के प्रति असंतोष बढ़ रहा है। प्रदेश का व्यापारी स्वाभिमान से ही व्यापार करेगा। व्यापारी चाहते हैं कि किसानों से सोयाबीन सरकार ही क्रय करें। मुख्यमंत्री अपने बयान और व्यापारी के सम्मान पर स्थिति स्पष्ट करें। अन्यथा प्रदेशभर के व्यापारी सभी मंडियों में सोयाबीन की खरीदी बंद कर देंगे।