नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। यातायात की समस्या के समाधान के लिए शहर में फ्लाईओवर और एलीवेटेड कॉरिडोर बनाए जाने है। जिला प्रशासन ने बीआरटीएस के अलावा अन्य चौराहा का सर्वे कराया था। इसमें 14 चौराहों पर फ्लाईओवर, गेट सेपरेटर और एलीवेटेड रोटरी बनाने का प्रस्ताव दिया गया है और इनसे करीब 19 लाख वाहनों की राह सुगम होने की बात कही गई है। इन सभी के निर्माण में करीब 1030 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें बीआरटीएस के नौ और पांच चौराहे अन्य शामिल है।
हालांकि, अभी तक फाइनल नहीं हो पाया है कि पहले कहा से निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। शहर में करीब 32 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हो चुके है और प्रत्येक वर्ष पौने दो लाख के करीब नए वाहन पंजीकृत हो रहे है। ऐसे में शहर के प्रमुख चौराहों पर वाहनों की लंबी कतारे लगती है। इसके समाधान के लिए फ्लाईओवर और एलीवेटेड कारिडोर बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। रिंग रोड पर वर्तमान में दो चौराहों आइटी पार्क और मुसाखेडी चौराहा पर फ्लाईओवर बन रहे है, जबकि चार चौराहों पर फ्लाईओवर बनाए जा चुके है। इससे वाहनों की राह आसान हुई है। एबी रोड के देवास नाका और सत्यसांई चौराहा पर भी फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जारी है।
- 14 चौराहों पर फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव
- 1030 करोड़ लागत आएगी फ्लाईओवर निर्माण
- 18.92 लाख वाहनों को रोजाना होगा फायदा
- 693 करोड़ में बीआरटीएस के नौ चौराहों पर बनेंगे फ्लाईओवर
- 13.22 लाख वाहनों की राह होगी सुगम
- 338 कराेड़ में अन्य पांच चौराहों पर बनेंगे फ्लाईओवर
- 5.70 लाख वाहनों की राह होगी सुगम
- 11 करोड़ में चार चौराहों पर होगा सुधार
- 3 लाख वाहनों की राह होगी सुगम
इसे भी पढ़ें... MP Police Constable Exam Scam: फर्जीवाड़े में निकला बिहार कनेक्शन, तीन सॉल्वर पकड़े, Aadhaar में बदली बायोमेट्रिक पहचान