नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना/शिवपुरी। मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा (MP Police Constable Exam Scam) में बिहार कनेक्शन सामने आया है। आधार कार्ड में बायोमैट्रिक बदलाव करके अपनी जगह सॉल्वर को बैठाने वाले अभ्यर्थियों ने दलालों का सहारा लिया। अधिकांश सॉल्वर बिहार से हैं, जिनमें से तीन को पुलिस ने पकड़ा है। उनसे पूछताछ में भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा कराने वाले बड़े गिरोह के सामने आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बता दें कि मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में आधार कार्ड में बायोमैट्रिक बदलाव करके सॉल्वर बैठाने के सबसे ज्यादा मामले ग्वालियर चंबल अंचल से ही सामने आए हैं। मुरैना पुलिस ने बिहार की राजधानी पटना से सॉल्वर 25 वर्षीय सनी उर्फ रणवीर गुप्ता को पकड़ा है। वह बिहार के भोजपुर जिले के बड़का गांव का निवासी है। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में सामने आया है कि दलाल ने सनी को सॉल्वर बनने के बदले अभ्यर्थी से ली गई रकम में से 1.20 लाख रुपए दिए थे।
वहीं, ग्वालियर के निर्भय गुर्जर की जगह परीक्षा में बैठे बिहार के वैशाली जिले के सहादाई थाना क्षेत्र स्थित ग्राम चक जमाल निवासी सॉल्वर विवेक कुमार और ग्वालियर के धर्मेंद्र की जगह परीक्षा देने वाले पटना के भगवत नगर निवासी साल्वर संजीव कुमार रोशन सिंह को पकड़ा गया है। पुलिस को इनसे पूछताछ में बड़े साल्वर गैंग का राजफाश होने की संभावना है।
मुरैना पुलिस की जांच में पता चला है कि भिंड जिले के गोरमी थाना क्षेत्र के गुलिया का पुरा गांव निवासी शिवराज गुर्जर और मुरैना के माता बसैया थाना क्षेत्र के चंदू का पुरा गांव निवासी अशोक गुर्जर बिहार से साल्वर ढूंढकर लाते थे। पुलिस को इन दोनों के बैंक खातों से बिहार के कई खातों में लाखों रुपये के लेनदेन मिला है। कॉल रिकॉर्ड में सैकड़ों बार बिहार के लोगों से बातचीत का रिकार्ड सामने आया है।
ये भी पढ़ें- Govt Scheme: गाय पालने के लिए सरकार दे रही है 42 लाख का लोन! आवेदन करने से पहले जान लें ये जरूरी शर्तें
मुरैना पुलिस ने जिस सनी गुप्ता को पकड़ा है वह वर्तमान में पटना में कोर्ट में लिपिक है। 2023 में साल्वर के रूप में परीक्षा देने के बाद 2024 में बिहार में निकली भर्तियों में इसने परीक्षा पास करके यह नौकर पाई है। इससे पहले पकड़ा गया बिहार का राहुल कुमार भी गुवाहाटी में द्वितीय श्रेणी अधिकारी है।
जांच अधिकारी एसआइ संजय बरैया ने बताया कि बिहार के सॉल्वर लाने वाले और आधार अपडेट करवाने का काम शिवराज गुर्जर और अशोक गुर्जर करते हैं। इनके बैंक खातों, फोन के काल रिकार्ड से सबूत मिले हैं। साल्वरों के बैंक खातों में लाखों रुपये आने के प्रमाण पुलिस जुटा चुकी है। परीक्षा में बैठने के लिए उन्होंने डेढ़ से तीन लाख रुपये तक वसूले हैं।
पुलिस ने लाइब्रेरी से पकड़ा शिवपुरी पुलिस ने जिन विवेक कुमार उर्फ सनी और संजीव कुमार रोशन को गिरफ्तार किया है, वह स्वयं भी प्रतियोगी परीक्षाएं दे रहे थे। विवेक कुमार ने ग्वालियर के निर्भय गुर्जर की जगह और संजीव कुमार ने ग्वालियर के धर्मेंद्र गुर्जर की जगह परीक्षा दी थी। आरोपित किसान परिवार से हैं और बिहार में घर से दूर किराए के मकान में रह रहे थे। दोनों ग्रेजुएट हैं और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाते हैं। सॉल्वरों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम ने खुद छात्र बनते हुए पटना की लाइब्रेरियों में समय बिताया और पुख्ता सूचना होने पर सॉल्वरों को पकड़कर लाई।