DAVV Indore: 72 घंटों में जांचकर उत्तरपुस्तिका भिजवाएं मूल्यांकन केंद्र, नंबर चढ़ने के लिए दो दिन
DAVV Indore: रिजल्ट की व्यवस्था को पटरी पर लगान के लिए विश्वविद्यालय ने बना रहा गाइडलाइन।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Mon, 27 Nov 2023 11:08:41 AM (IST)
Updated Date: Mon, 27 Nov 2023 11:08:41 AM (IST)
देवी अहिल्या विश्वविद्यालयHighLights
- चुनाव की वजह से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की परीक्षा-रिजल्ट की व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है।
- विश्वविद्यालय ने मूल्यांकन से जुड़ी व्यवस्था में बदलाव कर रहा है।
- उत्तरपुस्तिका जांचने से लेकर विद्यार्थियों के नंबर चढ़ाने तक के लिए समयावधि निर्धारित कर दी है।
DAVV Indore: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। चुनाव की वजह से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की परीक्षा-रिजल्ट की व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। अब इसे सुधारने के लिए विश्वविद्यालय ने मूल्यांकन से जुड़ी व्यवस्था में बदलाव कर रहा है। उत्तरपुस्तिका जांचने से लेकर विद्यार्थियों के नंबर चढ़ाने तक के लिए समयावधि निर्धारित कर दी है। उत्तरपुस्तिका मिलने के बाद मूल्यांकनकर्ताओं को 72 घंटों में उन्हें जांचना है।
मूल्यांकन केंद्र को 48 घंटों में डी-कोडिंग कर विद्यार्थियों के अंक कम्प्युटर सेंटर को भेजना है। इसके बाद नंबर चढ़ने के लिए भी दो से तीन दिन का समय दिया है। ताकि ज्यादा से ज्यादा रिजल्ट को घोषित किया जा सके। वैसे अधिकारी इसे लेकर राजी है। अगले कुछ दिनों में व्यवस्था को पटरी पर लगाने के लिए गाइडलाइन जारी हो सकती है।
विधानसभा चुनाव होने से विश्वविद्यालय को परीक्षा करवाने और रिजल्ट जारी करने में समय लग रहा है। कई परीक्षाओं को महीनेभर आगे बढ़ाना पड़ा है। यहां तक कि रिजल्ट भी प्रभावित हुए है। ऐसा ही हाल छह महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान भी होगा। इसके चलते
विश्वविद्यालय ने परीक्षा-रिजल्ट को बेहतर बनाने के लिए व्यवस्था में बदलाव करने पर जोर दे रहा है।
परीक्षा-गोपनीय विभाग व मूल्यांकन केंद्र के अधिकारियों के बीच चर्चा हुई है। बड़े पाठ्यक्रमों को छोड़कर जिन कोर्स में दो से चार हजार विद्यार्थी है। उनके रिजल्ट 20 दिनों में घोषित किए जाएंगे। अधिकारियों का तर्क है कि परीक्षा होने के 36 घंटों में कापियां मूल्यांकन केंद्र को प्राप्त हो। इसके बाद फिर कोडिंग की जाए। फिर ओएसडी इन्हें तत्काल मूल्यांकनकर्ताओं को उत्तरपुस्तिकाएं भिजवाने की व्यवस्था करें। शिक्षकों को कापियां मिलने के तीन दिन के भीतर जांचना होगा।
इसके बाद डी-कोडिंग और नंबर को अपलोड करने के लिए पांच दिन दिए जाएंगे। ऐसी ही व्यवस्था उन पाठ्यक्रमों की जाएगी, जिनमें 20 से 25 हजार विद्यार्थी होंगे। मगर इन्हें मूल्यांकन कार्य के लिए 30-40 दिनों का समय दिया जाएगा। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि चुनाव को ध्यान में रखकर मूल्यांकन व्यवस्था में बदलाव कर रहे है। इससे रिजल्ट जल्द घोषित करना आसान होगा।
मूल्यांकनकार्ताओं की बढ़ाएंगे संख्या
विश्वविद्यालय जल्द रिजल्ट देने के लिए व्यवस्था बनाने में लगा है। यहां तक कि कापियां जांचने वाले शिक्षकों की संख्या भी बढ़ाएगा। इसके लिए कोड 28 के अंतर्गत नियुक्ति हुए शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य से जोड़ा जा रहा है। फिलहाल विश्वविद्यालय के पास 800 से ज्यादा शिक्षक है, जो कापियां जांचने का काम करने में लगे है।