नई नियमानुसार विद्यार्थी बाहर से
छात्रावास में खाना नहीं मंगवा सकेंगे। छात्रावास व निजी मेस में खाने की अनुमति भी नहीं होगी। छात्रावास में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति को मेस में भोजन करना होगा। इसके लिए सत्र शुरू होने से पहले विद्यार्थियों को लिखकर देना होगा। चीफ वार्डन डा. प्रजापति ने कहा कि विद्यार्थियों को मेस में भोजन करना अनिवार्य होगा। बाहर से खाना बुलवाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। विद्यार्थी टिफिन भी नहीं लगा सकेंगे।
DAVV Indore: तीन सदस्य समिति करेंगी जांच
मेस में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता जांचने के लिए
विश्वविद्यालय ने तीन सदस्य समिति बनाई है, जो कभी भी मेस का निरीक्षण कर सकती है। खाने की गुणवत्ता पर विद्यार्थियों को हर महीने फीडबैक फार्म भरकर देना होगा। शिकायत मिलने पर मेस संचालक पर कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक मेस की व्यवस्था को देखने के लिए विश्वविद्यालय ने उड़नदस्ता भी बनाया है। जिन्हें महीने में दो मर्तबा मेस का निरीक्षण करना होगा।
DAVV Indore: 10 छात्रावासों में रहते हैं 2500 विद्यार्थी
विश्वविद्यालय से संचालित दस छात्रावासों में 2500 छात्र-छात्राएं रहते हैं, जिसमें फर्स्ट ईयर से लेकर फाइनल ईयर के विद्यार्थी शामिल हैं। प्रत्येक छात्रावास की मेस व्यवस्था अलग-अलग रखी है। जिम्मेदारी छात्रावास वार्डन व प्रबंधन को सौंपी है। हर महीने वार्डन को भी रिपोर्ट देना है।
पहले खाएं, फिर करें शिकायत
हर बार विद्यार्थी भोजन की खराब क्वालिटी और दूषित खाने की शिकायत करते हैं। बैठक में कुलपति ने व्यवस्था बदलने के पीछे तर्क दिया कि विद्यार्थी बाहर से भोजन कर आते हैं। तबीयत बिगड़ने पर मेस के भोजन को खराब बताते हैं। इसके लिए विद्यार्थियों को मेस जरूरी की है, ताकि पहले खाना खाएं और उसके बाद गुणवत्ता खराब होने की शिकायत करें।
मेस संचालक बदले
विश्वविद्यालय ने अपने सभी छात्रावासों में नए सिरे से मेस व्यवस्था की जाएगी। जवाहरलाल नेहरू, जगदीशचंद्र बसु, रवींद्रनाथ टैगोर, आइईटी, आइआइपीएस, आइएमएस, कमला नेहरू (गर्ल्स), सीवी रमन (गर्ल्स) होस्टल, न्यू सीवी रमन, पंडिता रमाबाई में मेस संचालक बदल दिए हैं। विश्वविद्यालय ने टेंडर जारी किया है। एजेेंसी से फूड लाइसेंस, आधार कार्ड, अनुभव प्रमाण पत्र और प्रस्तावित साप्ताहिक मैन्यू व मासिक दरें बताना है।
छात्रावास की मेस व्यवस्था में बदलाव किया है। गुणवत्ता सुधारने के लिए नए मेस संचालक रखे हैं। विद्यार्थियों को गुणवत्ता के बाेर में फीडबैक देना होगा। सभी विद्यार्थियों को मेस में भोजन करना अनिवार्य है। निरंतर मेस पर निगरानी रखने के लिए समिति बनाई है।