नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर (Dussehra Ravan Dahan)। इंदौर शहर में बुराई पर अच्छाई की जीत का त्योहार विजयादशमी 12 अक्टूबर को हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इसे खास बनाने के लिए रावण दहन उत्सव समितियां पिछले एक माह से जुटी हुई हैं। सामाजिक सरोकार के संदेश के साथ कई नवाचार भी किए गए हैं।
उषागंज में चलित रावण पुष्पक रथ पर सवार रहेगा तो चिमनबाग का रावण गर्दन घुमाकर अट्टाहास लगाएगा। छावनी में मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का भी दहन होगा। रामबाग में रावण की आंखें गिरगिट की तरह रंग बदलेंगी और इसका दहन लेजर गन से होगा।
वर्ष : 60वां
ऊंचाई : 111 फीट
दहन : शाम 7.30 बजे
संयोजक सत्यनारायण सलवाड़िया और अध्यक्ष पिंटू जोशी के अनुसार इस बार रावण की ऊंचाई 111 फीट की है। साथ ही लंका का निर्माण भी किया गया है। शाम सात बजे महूनाका से राम-लक्ष्मण की शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद रावण दहन किया जाएगा।
वर्ष : 63वां
ऊंचाई : 51 फीट
दहन : रात 8.45 बजे
संरक्षक अविनाश पचौरी ने बताया कि रावण के साथ 250 फीट लंबी लंका भी बनाई गई है। शाम सात बजे से आतिशबाजी शुरू होगी जो आकर्षण का केंद्र बनेगी। इसमें कई नए तरीके के पटाखे फोड़े जाएंगे। यहां महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
वर्ष : 50वां
ऊंचाई :110 फीट
दहन : रात आठ बजे
अध्यक्ष अनिल यादव के अनुसार दहन से पहले रावण गर्दन घुमाकर चारों ओर अट्टाहास लगाएगा और मुख से अंगारे बरसाएगा। दहन के साथ मुख अलग-अलग दिशाओं में गिरेंगे। साथ ही महाकाल की सवारी में बंदूक में बारूद फोड़ने वाले उज्जैन कड़ाबीन के कलाकार का शो भी होगा।
वर्ष : 49वां
ऊंचाई : 51 फीट
दहन : रात नौ बजे
एकता सहयोग समिति के अध्यक्ष कपिल तिवारी और किशोर मीणा ने बताया कि इस बार वाटरप्रूफ चलित रावण बनाया गया है। यह रावण पुष्पक विमान पर सवार रहेगा। 50 बाय 50 के प्रोजेक्टर पर राम और रावण से जुड़े रोचक प्रसंग दिखाए जाएंगे। आतिशबाजी शाम सात बजे से शुरू होगी।
वर्ष : 32वां
ऊंचाई : 111 फीट
दहन : रात 10.30 बजे
आयोजक दीनू बोयत ने बताया कि रावण के साथ मेघनाथ और कुंभकरण के पुतलों का भी दहन होगा। साथ में 80 फीट की लंका होगी। थ्रीडी इमेज से दशानन का पुतला बनाया गया है। मुख्य चेहरा छोड़कर बाकी चेहरे कंकाल के रूप में दिखाए गए हैं। दहन से पहले आतिशबाजी भी होगी।
वर्ष : 42वां
ऊंचाई : 61 फीट
दहन : रात नौ बजे
संरक्षक मुन्नालाल यादव ने बताया कि रावण दहन से पहले भजन संध्या, नृत्य नाटिका भी होगी। इस मौके पर रंगारंग आतिशबाजी भी की जाएगी। व्यवस्था को संभालने के लिए 150 कार्यकर्ताओं की टीम जुटेगी। अंत में रावण का दहन किया जाएगा।
वर्ष : 17वां
ऊंचाई : 110 फीट
दहन : रात 8.30 बजे
संस्था सूर्यमंच के संयोजक सन्नी पठारे और साक्षी शुक्ला के अनुसार साधु-संतों के सान्निध्य में रावण दहन से पहले वानर सेना द्वारा नारी शक्ति की रक्षा का संदेश दिया जाएगा। प्रेरक कार्य करने वाले सेवाभावियों का सम्मान और राम-लक्ष्मण और हनुमान की यात्रा निकाली जाएगी।